विक्रमशिला एक्सप्रेस ट्रेन में डिस्पोजल तकिया कवर की सप्लाई बंद, जानिए वजह Bhagalpur News
पांच महीने में ही रेलवे की यह योजना धड़ाम हो गया। अब फिर से विक्रमशिला एक्सप्रेस के यात्रियों को पुराने बेड रोल की आपूर्ति की जा रही है।
भागलपुर [जेएनएन]। भागलपुर से आनंद विहार टर्मिनल के बीच चलने वाली विक्रमशिला एक्सप्रेस में डिस्पोजल तकिया कवर की आपूर्ति बंद कर दी गई है। पांच महीने में ही रेलवे की यह योजना धड़ाम हो गया। अब फिर से विक्रमशिला एक्सप्रेस के यात्रियों को पुराने बेड रोल की आपूर्ति की जा रही है। पुराने बेड रोल की आपूर्ति होने से रेलवे को फिर से धुलाई का खर्चा बढ़ गया है। दरअसल, गंदे तकिया की कवर की शिकायत के बाद डिस्पोजल तकिया कवर देने का निर्णय रेलवे ने लिया। मालदा मंडल के विक्रमशिला एक्सप्रेस से इस योजना की शुरुआत हुई। फरवरी से विक्रमशिला में यात्रियों को डिस्पोजल पिलो कवर दिए जाने लगा। इसके बाद यात्रियों को गंदे कवर से निजात मिली। वहीं, रेल अधिकारी का कहना है आपूर्ति के लिए कहा है गया। आपूर्ति की प्रक्रिया चल रही है। जल्द ही डिस्पोजल कवर आ जाएंगे।
गंदगी को लेकर रोज होती थी किचकिच
गंदे बेडरोल को लेकर यात्रियों और बेड रोल कर्मी के साथ रोज किचकिच होती थी। इससे निजात के लिए ही रेलवे ने यह निर्णय लिया था। पर, आपूर्ति बंद होने से सारे योजना पर पानी फिर गया।
304 सीटें हैं एसी क्लास में
विक्रमशिला एक्सप्रेस में एसी थ्री के तील, एसी सेकंड एक और फस्र्ट कम सेकंड कोच का एक कोच है। एसी थ्री के तीन कोच में कुल 216 बर्थ है। सेकंड एसी में 54 और स्र्ट कम सेकंड कोच मिलाकर 34 सीट है। इस कारण एक बार में रेलवे को 304 डिस्पोजल तकिया कवर की जरूरत होती है। कुछ कवर बर्बाद भी होता है। इस कारण करीब 315 कवर एक रैक में आपूर्ति होती है। विक्रमशिला एक्सप्रेस की तीन रैक है ऐसे में 950 के करीब आपूर्ति होना है। वहीं, भागलपुर की सभी ट्रेनों में जो 5400 बेडरोल का रोटेशन होता है।
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