दिलशार उर्फ डीजे ने भागलपुर में चलाई थी गोलियां, सन्नी के मर्डर केस में गिरफ्तार
सन्नी हत्याकांड के आरोपित दिलशार उर्फ डीजे को भागलपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उसके पास से हत्या में इस्तेमाल की गई पिस्टल भी बरामद की गई है। चमेलीचक और हबीबपुर मोमिन टोला के लोगों ने पुलिस का सहयोग किया।
जागरण संवाददाता, भागलपुर: हबीबपुर थानाक्षेत्र के करोड़ी बाजार में 25 सितंबर की शाम चार बजे बीच सड़क पर हबीबपुर मोमिनटोला निवासी मुहम्मद सन्नी (30) की गोली मारकर हुई हत्या में नामजद दिलशार उर्फ डीजे को बुधवार को गिरफ्तार कर लिया गया। हबीबपुर इंस्पेक्टर कृपा सागर पुलिस टीम के साथ उसकी गिरफ्तारी को रविवार की रात से लगातार मोजाहिदपुर, नाथनगर, तातारपुर और रेलवे क्षेत्र में दबिश दे रहे थे। बुधवार की सुबह डीजे के चमेलीचक में आने की सूचना पर पुलिस टीम जब पहुंची तो वहां स्थानीय लोग और मोमिन टोला के लोगों को भी उसके आने की भनक लग गई थी।
दरअसल सरल स्वभाव के फेरीवाले सन्नी की हत्या से स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश देखा जा रहा था। सभी उस निर्दोष की हत्या से गुस्से में थे। पुलिस के साथ-साथ स्थानीय लोग भी उसे सबक सिखाने को ढूंढ रहे थे। पुलिस टीम जैसे उसे गिरफ्तार करने पहुंची कि काफी संख्या में लोग भी वहां पहुंच गए। डीजे के पकड़े जाने पर लोगों ने उसकी पिटाई शुरू कर दी। लोगों का आक्रोश इतना था कि उनके हाथ उसके चेहरे पर ही ज्यादा पड़ रहे थे। मानों लोग उसे सही-सलामत देखना नहीं चाहते हों।
हबीबपुर पुलिस को गिरफ्तार डीजे को थाना लाने में काफी मशक्कत करनी पड़ी। पुलिस आगे-आगे और पीछे मोहल्ले के काफी संख्या में लोग उत्तेजित हो उसे अपने कब्जे में लेने को आतुर थे। किसी तरह पुलिस उसे सुरक्षित थाने लाने में सफल रही। सन्नी के पास से हत्या में इस्तेमाल की गई पिस्टल भी बरामद की गई है। पुलिस उसका प्राथमिक उपचार बाद उससे पूछताछ कर रही है। प्रारंभिक पूछताछ में ही उसने हत्या में अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली है। डीजे की गिरफ्तारी के लिए हबीपुर पुलिस सोमवार को मोजाहिदपुर थाना क्षेत्र के कमेला, रेलवे क्षेत्र तो मंगलवार को नाथनगर और तातारपुर क्षेत्र में छापेमारी की थी।
बुधवार की सुबह पुलिस टीम को आखिरकार सफलता मिल ही गई। घटना को 25 की शाम तब अंजाम दिया गया था जब सन्नी अपने परिचित कपड़ा व्यवसायी से मिलकर तातारपुर से पैदल अपने घर जा रहा था। स्थानीय लोगों के मुताबिक बदमाशों ने सन्नी पर तीन गोलियां चलाईं थीं। एक गोली उसके सीने में लगी। जिससे मौके पर ही उसकी मौत हो गई। स्वजन के मुताबिक क्रिकेट खेलने के दौरान 15 दिन पहले किरोड़ी बाजार स्थित स्टेडियम में विवाद हुआ था। मारपीट भी हुई थी। सन्नी के दोस्त मो. सोनू ने दिलशार उर्फ डीजे और उसके पिता को बुलाकर सन्नी से समझौता कराया था। एक-दूसरे से गले मिलकर सारे गिले-शिकवे दूर होने की बात कर सन्नी और डीजे वहां से चले गए थे। स्वजन का कहना है कि इसके बावजूद सन्नी की हत्या कर दी गई।