डीआइजी कार्यालय का दारोगा बता थानेदार से वसूली की कोशिश
एसआइ विनय कुमार बताकर एक व्यक्ति ने मधुसूदनपुर चौकी प्रभारी नसीम खान और अमरपुर के थानेदार उत्तम कुमार को फोन पर हड़काते हुए रुपये की वसूली करनी चाही।
भागलपुर। खुद को रेंज डीआइजी विकास वैभव के कार्यालय का एसआइ विनय कुमार बताकर एक व्यक्ति ने मधुसूदनपुर चौकी प्रभारी नसीम खान और अमरपुर के थानेदार उत्तम कुमार को फोन पर हड़काते हुए रुपये की वसूली करनी चाही। इस मामले में मधुसूदनपुर चौकी प्रभारी ने रविवार को डीआइजी से मिलकर शिकायत की। डीआइजी ने तत्काल नंबर की पहचान कर प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया है। पुलिस फोन करने वाले की पहचान में जुट गई है।
कहा, बालू का खेल हो रहा, वीडियो पर हो जाएगी कार्रवाई
मधुसूदनपुर चौकी प्रभारी और अमरपुर थानेदार का कहना है कि किसी ने उन्हें फोन कर कहा कि उनके इलाके में बालू के अवैध कारोबार का काफी वीडियो उसके पास है। अमरपुर थानेदार के मुताबिक जिस घाट के बारे में बताया गया वह घाट उनके इलाके में नहीं है। वहीं उसी व्यक्ति ने मधुसूदनपुर थानाध्यक्ष को फोन कर कहा कि बालू के अवैध कारोबारियों से आप रुपये लेकर गाड़ी छोड़ते हैं जिसका साक्ष्य उसके पास है। इस पर थानेदार ने उस व्यक्ति को थाने आने को कहा। मगर वह नहीं आया।
डीआइजी कार्यालय का स्टिक हो चुका है निलंबित
15 जून 2017 को डीआइजी ने अपने कार्यालय में स्टिक ड्यूटी में तैनात सिपाही रुपेश कुमार को वसूली का वीडियो भेजने वाले व्यक्ति को धमकाने के आरोप में निलंबित कर दिया था। उक्त व्यक्ति ने विक्रमशिला सेतु पर पुलिस द्वारा की जा रही वसूली का वीडियो डीआइजी को भेजा था। उन्होंने इस मामले में एसएसपी मनोज कुमार को जांच का आदेश दिया था। इसी मामले में स्टिक ने वीडियो भेजने वाले को हड़काते हुए अंजाम भुगतने की धमकी दी थी।
इस संबंध में भागलपुर रेंज डीआइजी विकास वैभव ने बताया कि कार्यालय कर्मी बताकर थानेदारों को डराने-धमकाने की शिकायत मिली है। नंबर से आरोपित का पता लगाकर प्राथमिकी दर्ज करने का आदेश दिया गया है।