चिंता ना करें... बैंकों के विलय के बावजूद भी नहीं बदलेंगे एकाउंट, एटीएम और उसके पिन
बैंकिंग क्षेत्र में कंसोलिडेशन की प्रक्रिया को आगे बढ़ाते हुए सरकार ने बैंक ऑफ बड़ौदा में विजया बैंक और देना बैंक के विलय को मंजूरी दे दी है। इस वर्ष पहली अप्रैल से प्रभावी होगा।
भागलपुर [जेएनएन]। एक अप्रैल से देना बैंक और विजया बैंक का वजूद खत्म हो जाएगा। दोनों बैंक बैंक ऑफ बड़ौदा के नेतृत्व में काम करेगा। इन दोनों बैंकों के बैक ऑफ बड़ौदा में विलय होने के बाद देना बैंक और विजया बैंक के ग्राहकों के एकाउंट और एटीएम पिन में किसी तरह का बदलाव नहीं किया जाएगा। सभी पहले की तरह काम करेगी। इन तीनों बैंकों के एटीएम भी इस विलय के एक ही बैंक के हो जाएंगे। पर, पहले जिन इलाकों में तीनों बैंक की शाखाएं है, उसे कम किया जाएगा। जरूरत के हिसाब से संबंधित तीनों बैंक में से दो बैंक की शाखाएं कम होगी। एक इलाके में कोई एक ही बैंक की शाखाएं रहेंगी। अभी भागलपुर शहरी और ग्रामीण जिलों में देना बैंक की तीन, बैंक ऑफ इंडिया का 11 और विजया बैंक की एक शाखाएं काम कर रही है। बैंक ऑफ बड़ौदा, विजया बैंक और देना बैंक के विलय से ग्राहकों के लिए सेवाओं का दायरा बढ़ जाएगा। विजया बैंक और देना बैंक के ग्राहकों को भी बैंक ऑफ बड़ौदा के इस विदेशी शाखाओं का लाभ मिलेगा।
कैबिनेट ने बीओबी में विजया बैंक और देना बैंक के विलय को मंजूरी दी
बैंकिंग क्षेत्र में कंसोलिडेशन की प्रक्रिया को आगे बढ़ाते हुए सरकार ने सार्वजनिक क्षेत्र के बैंक ऑफ बड़ौदा (बीओबी) में विजया बैंक और देना बैंक के विलय को मंजूरी दे दी है। इस वर्ष पहली अप्रैल से तीनों का विलय प्रभावी होगा। प्रक्रिया पूरी होने के बाद भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआइ) और आइसीआइसीआइ बैंक के बाद बीओबी देश का तीसरा सबसे बड़ा बैंक हो जाएगा। इस विलय से तीनों बैंकों के ग्राहकों पर कोई असर नहीं पड़ेगा और उन्हें तीनों बैंकों की शाखाओं से पहले की तरह सेवा मिलती रहेगी। सरकार ने यह भी स्पष्ट किया है कि बाकी दोनों बैंकों के कर्मचारी बीओबी में शामिल हो जाएंगे और एक भी कर्मचारी को निकाला नहीं जाएगा।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट ने बीओबी में विजया बैंक और देना बैंक के विलय को मंजूरी दी। यह पहली बार है जब सरकार ने तीन बैंकों के एक साथ विलय को मंजूरी दी है। कैबिनेट के फैसले की जानकारी देते हुए कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि यह विलय एक मजबूत तथा वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बैंक का निर्माण करेगा।
इस बीच बीओबी ने शेयर बाजारों को विलय के तहत शेयरों के आदान-प्रदान संबंधी फैसले की जानकारी दी है। इसके तहत देना बैंक के शेयरधारकों को प्रत्येक 1,000 शेयरों के बदले बीओबी के 110 शेयर मिलेंगे। विजया बैंक के शेयरधारकों को प्रत्येक 1,000 शेयरों के बदले बीओबी के 402 शेयर दिए जाएंगे। बुधवार को बीओबी के शेयरों का भाव 3.3 फीसद गिरकर 119.40 पर रहा, जबकि विजया बैंक का शेयर बिना किसी बदलाव के 51.05 रुपये पर रहा। बाजार बंद होने के समय देना बैंक के एक शेयर की कीमत 17.95 रुपये थी।
सरकार के फैसले का जारी रहेगा विरोध
तीनों बैंकों के विलय होने के बाद बिहार प्रोवेंसियल बैंक इंप्लाई यूनियन के चेयरमैन एनके सिन्हा ने कहा कि केंद्र के इस फैसले का विरोध लगातार जारी रहेगा। इस फैसले से कई शाखाएं बंद होंगी। कर्मचारियों को छटनी भी किया जा सकता है। प्रमोशन और पैकेज में भी कई अड़चनें आएंगी।
आइबॉक के सचिव प्रशांत मिश्रा ने कहा कि देश भर इसके विरोध में 26 दिसंबर को हड़ताल किया गया था। इसके बाद भी सरकार ने अपना फैसला नहीं बदला। जनमानस की आवाज को अनसुना कर दिया गया। सरकार के इस गलत फैसले का पुरजोर विरोध करते हुए इसे वापस लेने की मांग की।
देना और विजया बैंक ग्राहकों को नहीं होगी दिक्कतें
- विलय के बाद भी देना और विजय बैंक का नहीं बदलेगा एकाउंट
- एटीएम का पिन कोड भी पहले की तरह रहेगा
-बैंक ऑफ बड़ौदा का देश विदेश में 9,485 शाखांए हैं।
-घाना, न्यूजीलैंड, बोत्सवाना, यूके, न्यूयॉर्क, केनिया, सउदी अरब, युगांडा, सिडनी, ब्रुसेल्स सहित कई अन्य देशों में है।
-देना और विजया बैंक के ग्राहक अप्रैल से अंतरराष्ट्रीय सुविधा का ले सकेंगे लाभ
-जिले में 11 शाखाएं हैं बैंक ऑफ बड़ौदा के, 03 शाखाएं देना बैंक की और 01 शाखाएं विजया बैंक की