फिर लगा ग्रहण : आचार संहिता के पेंच में फंसा डबल लेन भोलानाथ फ्लाईओवर का निर्माण
फ्लाईओवर क्षेत्र में पडऩे वाली सरकारी जमीन कई लोगों ने अतिक्रमण कर लिया है। सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई होगी। डिक्शन मोड़ के पास फ्लाईओवर का पहुंच पथ बनेगा।
भागलपुर [जेएनएन]। लोकसभा चुनाव के कारण डबल लेन भोलानाथ फ्लाईओवर का पेंच फंस गया है। अब चार माह बाद ही फ्लाईओवर निर्माण की दिशा में प्रक्रिया शुरू हो पाएगी। डीपीआर को मंजूरी मिल सकती है। मिरजानहाट शीतलास्थान चौक से भीखनपुर गुमटी नंबर दो के बीच 1110 मीटर प्रस्तावित भोलानाथ फ्लाईओवर के डीपीआर को अप्रैल तक मंजूरी मिलने की उम्मीद थी। लेकिन आचार संहिता लगने के कारण अब जून-जुलाई से पहले स्वीकृति मिलने की संभावना कम है। विभाग ने जून से फ्लाईओवर के निर्माण की योजना बनाई थी। लेकिन अब नवंबर से पहले निर्माण कार्य शुरू होने की संभावना नहीं दिख रही है। पुल निर्माण निगम के अधिकारियों के अनुसार 2020 तक फ्लाईओवर का काम पूरा करने की योजना थी, लेकिन अब 2021 से पहले कार्य पूरा नहीं हो पाएगा।
फ्लाईओवर की चौड़ाई 8.4 मीटर (28 फीट चौड़ी) होगी। 117 करोड़ की लागत से बनने वाले फ्लाईओवर के निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण पर 45 करोड़ से अधिक खर्च होने का अनुमान है। शीतलास्थान चौक से बौंसी लाइन के बीच कम भू-अर्जन करने की जरूरत पड़ेगी। इशाकचक से भीखनपुर के बीच अधिक भूमि अधिग्रहण किया जाएगा।
फ्लाईओवर क्षेत्र में पडऩे वाली सरकारी जमीन कई लोगों ने अतिक्रमण कर लिया है। सरकारी जमीन से अतिक्रमण हटाने की कार्रवाई होगी। डिक्शन मोड़ के पास फ्लाईओवर का पहुंच पथ बनेगा।
पुल निर्माण निगम के वरीय परियोजना अभियंता राम सुरेश राय ने कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद ही फ्लाईओवर के डीपीआर को मंजूरी मिलने की उम्मीद है। मुख्यालय से स्वीकृति मिलने के बाद टेंडर की प्रक्रिया अपनाई जाएगी।