धीरे-धीरे खत्म हो रही कैश की किल्लत, अब ATM से मिलने लगे रुपये
भागलपुर में अब कैश की किल्लत समाप्त होती दिख रही है। एटीएम में पैसा मिलने लगा है। सोमवार तक हालात सामान्य हो जाने की उम्मीद है।
By Edited By: Published: Fri, 20 Apr 2018 08:02 AM (IST)Updated: Fri, 20 Apr 2018 11:31 PM (IST)
style="text-align: justify;">भागलपुर [जेएनएन]। बिहार के भागलपुर में धीरे-धीरे एटीएम में कैश किल्लत से लोगों को राहत मिलने लगी है। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआइ) दूसरे बैंकों की चेस्ट और अपनी शाखाओं में जमा किए गए कैश को एकत्र कर सीधे एटीएम में भेज रहा है। एटीएम में पैसा मिलने से लोगों को सहूलियत हो रही है। लोगों को इधर-उधर भटकना नहीं पड़ रहा है।
बीती देर रात तक एटीएम में पैसे की निकासी के लिए लोगों की भीड़ रही। रात तक लोगों ने पैसे की निकासी की। एसबीआइ के एटीएम को सुचारू कराने के लिए गुरुवार को करीब 10 करोड़ रुपये भागलपुर के शहरी और प्रखंडों के अलावा बांका जिले के भी एटीएम के लिए भेजे गए। नाथनगर, चंपानगर, ततारपुर, कचहरी, तिलकामांझी, सबौर, रेलवे स्टेशन के अलावा ब्रांच एटीएम में राशि की आपूर्ति की गई।
ट्रांजेक्शन के हिसाब से डाले गए कैश एसबीआइ के जिस इलाके के एटीएम में रोज ज्यादा ट्रांजेक्शन होता है वहां ज्यादा कैश डाले गए। वहीं कम निकासी वाले एटीएम में कम राशि की व्यवस्था की गई है। बैंक अधिकारी की मानें तो भीड़ वाले एटीएम में 12 से 15 लाख और कम भीड़ वाले एटीएम में तीन से पांच लाख कैश की आपूर्ति की गई है।
सोमवार तक स्थिति सामान्य होने की उम्मीद
बैंकों प्रबंधनों का कहना है कि कैश की किल्लत को लेकर देश में मची हाय-तौबा के बाद आरबीआइ का रवैया काफी सरल हुआ है। इस कारण सोमवार तक बैंक और एटीएम की स्थिति पूरी तरह सामान्य होने की उम्मीद है। लीड बैंक में जल्द आएगा कैश
भागलपुर जिले को बैकिंग सेक्टर में यूको बैंक लीड करता है। लेकिन लीड बैंक का चेस्ट भी कई दिनों से खाली पड़ा है। करीब 184 करोड़ वाले चेस्ट में 25 फीसद ही कैश है। लेकिन यहां के एलडीएम चंद्रशेखर प्रसाद का कहना है कि कैश की आपूर्ति जल्द ही होने की संभावना है।
आज से सीटीएस से चेक क्लीयरिंग
भारतीय स्टेट बैंक में चेक ट्रंकेशन सिस्टम (सीटीएस) लागू कर दिया गया है। आज से जिले की सभी शाखाओं में सीटीएस प्रणाली से ही चेक क्लीयरिंग होगा। पुरानी व्यवस्था लोकल क्लीयरिंग शुक्रवार से बंद हो जाएगी। नई प्रणाली लागू होने के बाद चेक को एक ब्रांच से दूसरी में भेजने और वापस मंगाने के काम से छुटकारा मिलेगा। चेक को स्कैन करके उसकी सत्यता पहचानी जाएगी और कम समय में रकम अकाउंट में चली जाएगी।
मुख्य शाखा के मुख्य प्रबंधक संजीव कुमार ने बताया कि इस प्रणाली से ग्राहकों को काफी सहूलियत होगी। उन्होंने बताया कि पुरानी व्यवस्था में एक बैंक से दूसरे बैंक तक चेक को फिजिकली ले जाया जाता था, जिसमें समय लगता था। लेकिन अब इलेक्ट्रॉनिक इमेज के आधार पर सीटीएस चेक को क्लियर कर देगा। वक्त और पैसा दोनों की बर्बादी बचेगी।
बीती देर रात तक एटीएम में पैसे की निकासी के लिए लोगों की भीड़ रही। रात तक लोगों ने पैसे की निकासी की। एसबीआइ के एटीएम को सुचारू कराने के लिए गुरुवार को करीब 10 करोड़ रुपये भागलपुर के शहरी और प्रखंडों के अलावा बांका जिले के भी एटीएम के लिए भेजे गए। नाथनगर, चंपानगर, ततारपुर, कचहरी, तिलकामांझी, सबौर, रेलवे स्टेशन के अलावा ब्रांच एटीएम में राशि की आपूर्ति की गई।
ट्रांजेक्शन के हिसाब से डाले गए कैश एसबीआइ के जिस इलाके के एटीएम में रोज ज्यादा ट्रांजेक्शन होता है वहां ज्यादा कैश डाले गए। वहीं कम निकासी वाले एटीएम में कम राशि की व्यवस्था की गई है। बैंक अधिकारी की मानें तो भीड़ वाले एटीएम में 12 से 15 लाख और कम भीड़ वाले एटीएम में तीन से पांच लाख कैश की आपूर्ति की गई है।
सोमवार तक स्थिति सामान्य होने की उम्मीद
बैंकों प्रबंधनों का कहना है कि कैश की किल्लत को लेकर देश में मची हाय-तौबा के बाद आरबीआइ का रवैया काफी सरल हुआ है। इस कारण सोमवार तक बैंक और एटीएम की स्थिति पूरी तरह सामान्य होने की उम्मीद है। लीड बैंक में जल्द आएगा कैश
भागलपुर जिले को बैकिंग सेक्टर में यूको बैंक लीड करता है। लेकिन लीड बैंक का चेस्ट भी कई दिनों से खाली पड़ा है। करीब 184 करोड़ वाले चेस्ट में 25 फीसद ही कैश है। लेकिन यहां के एलडीएम चंद्रशेखर प्रसाद का कहना है कि कैश की आपूर्ति जल्द ही होने की संभावना है।
आज से सीटीएस से चेक क्लीयरिंग
भारतीय स्टेट बैंक में चेक ट्रंकेशन सिस्टम (सीटीएस) लागू कर दिया गया है। आज से जिले की सभी शाखाओं में सीटीएस प्रणाली से ही चेक क्लीयरिंग होगा। पुरानी व्यवस्था लोकल क्लीयरिंग शुक्रवार से बंद हो जाएगी। नई प्रणाली लागू होने के बाद चेक को एक ब्रांच से दूसरी में भेजने और वापस मंगाने के काम से छुटकारा मिलेगा। चेक को स्कैन करके उसकी सत्यता पहचानी जाएगी और कम समय में रकम अकाउंट में चली जाएगी।
मुख्य शाखा के मुख्य प्रबंधक संजीव कुमार ने बताया कि इस प्रणाली से ग्राहकों को काफी सहूलियत होगी। उन्होंने बताया कि पुरानी व्यवस्था में एक बैंक से दूसरे बैंक तक चेक को फिजिकली ले जाया जाता था, जिसमें समय लगता था। लेकिन अब इलेक्ट्रॉनिक इमेज के आधार पर सीटीएस चेक को क्लियर कर देगा। वक्त और पैसा दोनों की बर्बादी बचेगी।
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