पांच लाख की रंगदारी नहीं देने पर पीएचइडी कर्मी की गोली मार हत्या Bhagalpur News
अपराधियों ने सरकारी बस स्टैंड में वारदात को अंजाम दिया। बरारी के नकुल यादव ने मांगी थी रंगदारी। पूर्णिया में कार्यरत था पीएचइडी कर्मी गौतम यादव।
भागलपुर [जेएनएन]। तिलकामांझी स्थित सरकारी बस स्टैंड में बेखौफ अपराधियों ने पांच लाख की रंगदारी नहीं देने पर पीएचडी कर्मी गौतम यादव (32) की गोली मारकर हत्या कर दी। वह पूर्णिया जिले में पीएचईडी विभाग में कार्यरत था। गौतम मूल रूप से डीवीसी कॉलोनी के समीप राजा कोठी का रहने वाला था। उसकी नौकरी पिता विश्वेश्वर कुमार की मौत के बाद अनुकंपा पर हुई थी। हत्या की सूचना मिलते ही एसएसपी आशीष भारती, सिटी डीएसपी राजवंश सिंह सहित कई थानों की पुलिस जांच के लिए बस स्टैंड पहुंची। एसएसपी ने कहा कि गौतम हत्याकांड की जांच के लिए सिटी डीएसपी के नेतृत्व में टीम गठित कर दी गई है।
गौतम के भाई मनोज ने बताया कि उन लोगों ने संतनगर में नया घर बनाया है। गृह प्रवेश के बाद बरारी के नकुल यादव ने उसके भाई से पांच लाख की रंगदारी मांगी थी। तीन दिन पहले भी नकुल ने भाई को रंगदारी नहीं देने पर अंजाम भुगतने की धमकी दी थी। गौतम ने इस बात की चर्चा उससे की। तब उसने नकुल से इस संबंध में बात की और कहा कि वे लोग स्थानीय हैं, उन लोगों से रंगदारी नहीं ले। लेकिन नकुल इसके लिए तैयार नहीं हुआ। शनिवार को गौतम ने उससे कहा कि नकुल से बात हो गई है। वह पांच हजार लेने के लिए तैयार हो गया है। रविवार को नकुल ने गौतम को कई बार फोन कर बरारी बुलाया। लेकिन मनोज ने गौतम को जाने से मना कर दिया। रविवार को नकुल के कहने पर गौतम अपने दोस्त विकास के साथ डरकर बस स्टैंड चला गया।
जेब में मिली पर्ची से हुई संत नगर के गौतम की पहचान
जहां नकुल और उसके साथियों ने गौतम को चार गोली मारकर हत्या कर दी। मनोज के मुताबिक जिस समय बस स्टैंड पर भाई की हत्या हुई। उस समय वह पास में ही मौजूद था। लेकिन उसे नहीं पता चला कि उसके भाई की हत्या हुई है। जब वह तिलकामांझी से अपना काम निपटा कर वापस लौट रहा था तो पुलिस के बीच उसके भाई का शव पड़ा हुआ था। यह देख वह हड़बड़ा गया और पहले अपने घर को खबर किया। उसने पुलिस से कुछ नहीं कहा और घर चला गया। शव की पहचान पुलिस ने पॉकेट में मिली पर्ची के आधार पर संत नगर निवासी के रूप में की। पुलिस ने शव को मायागंज अस्पताल भेज दिया। वहां से पुलिस ने गौतम के भाई मनोज को घर से बुलाकर बयान कराया। मनोज के बयान पर नकुल के विरुद्ध हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। नकुल का आपराधिक इतिहास पुलिस खंगाल रही है। उसकी गिरफ्तारी के लिए बरारी पुलिस ने कई ठिकानों पर छापेमारी की। लेकिन वह अब तक पकड़ से बाहर है। गौतम चार भाइयों में तीसरे नंबर पर है। बड़ा भाई दिलीप यादव, दूसरा भाई मनोज यादव गाड़ी चलाता है। चौथे नंबर पर छोटू यादव है।