लालूचक अंगारी में 2.25 लाख की छिनतई मामले में पुलिस के हाथ खाली, आठ जुलाई को घटी थी घटना
भागलपुर के लालूचक में दिनदहाड़े सवा लाख रुपये लूट मामले की जांच पुलिस नहीं कर सकी है। इस मामले को लेकर केस दर्ज किया गया था।
भागलपुर, जेएनएन। इशाकचक इलाके के लालूचक अंगारी में आठ जुलाई को दिनदहाड़े झपटमार निरंजन कुमार मिश्रा का 2.25 लाख छीनकर भागने मामले में अब तक पुलिस के हाथ खाली हैं अब तक इस मामले में किसी बदमाश का पता पुलिस नहीं लगा पाई है। निरंजन निरंजन मूल रूप से शाहकुंड इलाके के सादपुर गांव के रहने वाले हैं। वे वर्तमान में लालूचक अंगारी स्थित गांधीनगर में अमरेंद्र कुमार के मकान में किराए पर रहते हैं। उन्होंने इशाकचक थाने में अज्ञात दो अपराधियों के विरुद्ध छिनतई का केस दर्ज कराया था।
बैंक से रुपये निकाले थे
निरंजन के मुताबिक उन्होंने खलीफाबाग स्थित स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के इंडिया के सिटी ब्रांच से 2.25 लाख रुपये निकाला। वे लालूचक अंगारी में एक पान गुमटी के पास रुके। उन्होंने रुपए को अपने बाइक में एक थैले में रखकर टांग दिया था। दुकान पर खड़े रहने के दौरान पीछे से आए एक बाइक पर बाइक पर सवार दो बदमाशों ने बाइक से थैला झपट लिया और आगे की ओर भाग निकले। उन्होंने काफी शोरगुल भी किया। कुछ लोगों के साथ बाइक सवार अपराधियों का पीछा भी किया। लेकिन वे लोग बहुत दूर निकल गए।
इशाकचक पुलिस कर रही मामले की जांच
इशाकचक इंस्पेक्टर संजय कुमार सुधांशु ने इस मामले में केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। इलाके में लगे कई सीसीटीवी कैमरे को भी पुलिस ने खंगाला। लेकि कोई सुराग हाथ नहीं लगा। पुलिस ने आशंका जताई थी कि अपराधी निरंजन की शातिर तरीके से रेकी कर रहे थे। तभी उन्हें खलीफाबाग से आते समय कहीं भी निशाना नहीं बना, उनके मोहल्ले में ही खाली जगह पर निशाना बनाया। निरंजन के मुताबिक रास्ते में आते समय उन्हें किसी पर शक भी नहीं हुआ। यदि किसी भी संदिग्ध पर उनकी नजर पड़ती तो वे खुद खुद सतर्क हो जाते।
यहां बता दें कि भागलपुर में इस प्रकार की घटनाएं लगातार घट रही है। इसके बावजूद भी पुलिस पूरी तरह से सतर्क नहीं है। आम लोगों को सुरक्षा देने में पुलिस असफल रही है।