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शहर में घटी पिछली कई वर्षो में बैंक लूट की घटनाएं

भागलपुर। पिछले कई वषरो में अब तक आठ बैंक डकैतियां हुई है। इनमें से कई मामलों का उद्भेन भी पुलिस ने किया है। किंतु बैंकों का सुरक्षा के प्रति लापरवाह रवैय्ये और पुलिस की सुस्ती के कारण आए दिन अपराधी बैंक को टारगेट बना रहे हैं। 2015 में दो माह के दौरान दो बैंक लूट की घटनाओं को अपराधियों ने अंजाम दिया।

By Edited By: Published: Sat, 18 Feb 2017 02:22 AM (IST)Updated: Sat, 18 Feb 2017 02:22 AM (IST)
शहर में घटी पिछली कई वर्षो में बैंक लूट की घटनाएं

भागलपुर। पिछले कई वषरो में अब तक आठ बैंक डकैतियां हुई है। इनमें से कई मामलों का उद्भेन भी पुलिस ने किया है। किंतु बैंकों का सुरक्षा के प्रति लापरवाह रवैय्ये और पुलिस की सुस्ती के कारण आए दिन अपराधी बैंक को टारगेट बना रहे हैं। 2015 में दो माह के दौरान दो बैंक लूट की घटनाओं को अपराधियों ने अंजाम दिया। 2015 में ग्रामीण बैंक की लूट शहर में दशक के दौरान सबसे बड़ी बैंक लूट थी। इस घटना का पूरी तरह से उद्भेन हुआ नहीं था कि भागलपुर के सन्हौला में अपराधियों ने बैंक लूट लिया।

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26 मई, 2015 को घंटाघर स्थित ग्रामीण बैंक से आधा दर्जन अपराधियों ने दिन दहाड़े 49 लाख रूपए लूट लिए थे। बैंक लूटने के बाद अपराधी बाइक से ही अपने ठिकाने की ओर भागे थे। इस मामले में कुख्यात कन्हैय्या यादव समेत आधा दर्जन से ज्यादा अपराधी सलाखों के पीछे पहुंचे थे। किंतु अधिकतम राशि बरामद नहीं हो सकी थी।

11 जून, 2015 को भागलपुर के सन्हौला में क्षेत्रीय ग्रामीण बैंक की शाखा से दिन दहाड़े अपराधियों ने नौ लाख रूपये लूट लिए गए। चार की संख्या में हथियार बंद अपराधियों ने बैंककर्मियों को बंधक बनाकर कैशियर से चेस्ट खुलवाया था और उसमें रखे लगभग नौ लाख रुपये लूट लिए। इस घटना में भी मास्टर माइंड गिरफ्तार नहीं हुआ और ना लूट के रूपए बरामद हुए।

5 फरवरी, 2004 को ग्रामीण बैंक, नाथनगर, शाखा में अपराधियों ने 5 लाख, 88 हजार रुपए लूट लिए। भागने के दौरान एक अपराधी बम विस्फोट में घायल हो गया था। जाच में पता चला था कि करैला गाव के कन्हैया यादव गिरोह ने लूट की घटना को अंजाम दिया है।

4 जुलाई, 2003 को यूको बैंक, चमेली हबीबपुर शाखा से अपराधियों ने हथियार के बल पर एक लाख, 19 हजार रुपए लूट लिए थे। जाच में पता चला था कि कुख्यात राणा मिया गिरोह द्वारा घटना को अंजाम दिया गया है। घटना में शामिल अपराधी बाद में पकड़े गए लेकिन लूट की राशि बरामद नहीं हुई।

31 मार्च, 2003 को इलाहाबाद, घटाघर शाखा से अपराधियों ने एक लाख, 20 हजार रुपए लूट लिए थे। इस मामले में पुलिस ने कई अपराधी गिरोह को चिहिन्त किया। किंतु पुलिस उन्हें पकड़ पाने में कामयाब नहीं हो सकी थी। इस घटना में भी शामिल न अपराधी पकड़े गए और न ही राशि बरामद हो सकी।

28 जनवरी, 2002 को कोतवाली थाना क्षेत्र के भीड़भाड़ वाले वेराइटी चौक स्थित यूको बैंक शाखा में अपराधियों ने 7 लाख, 32 हजार रुपए लूट लिए थे। पांच अपराधियों ने हथियार के बल पर बैंक कर्मियों को बंधक बना लूट की घटना को अंजाम दिया था। पुलिस इसके लुटेरे को नहीं पकड़ पाई है।


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