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बिहार में छापे जा रहे जाली नोट, गिरफ्तार आरोपितों के घर से मिले इलेक्ट्रॉनिक उपकरण

भारत में जाली नोटों का धंधा एक बार फ‍िर शुरू हो गया था। नोटबंदी के बाद कुछ समय के लिए यह धंधा मंदा पड़ गया है। इस धंधे में पाकिस्‍तान के लोग भी लगे हुए हैं।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Wed, 19 Aug 2020 01:21 PM (IST)Updated: Wed, 19 Aug 2020 01:21 PM (IST)
बिहार में छापे जा रहे जाली नोट, गिरफ्तार आरोपितों के घर से मिले इलेक्ट्रॉनिक उपकरण

किशनगंज, जेएनएन। राष्ट्रीय अन्वेषण ब्यूरो (एनआइए) की टीम मु. बैतुल्लाह व मु. मुख्तार को गिरफ्तार कर अपने साथ दिल्ली ले गई। सोमवार अल सुबह जाली नोटों के मामले में इन्हें गिरफ्तार किया गया था। इंडो-नेपाल बॉर्डर से सटे जियापोखर व सुखानी थाना क्षेत्र में की गई छापेमारी में दोनों आरोपितों के घर से इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी बरामद किए गए। बताया जाता है कि ये उपकरण भी जाली नोटों से ही संबंधित थे।

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एनआइए की जांच में अब तक यह बात सामने आई है कि बिहार में बड़े पैमाने पर जाली नोटों की छपाई की जाती थी और इन्हें बाजार में खपाया जाता था। एसपी कुमार आशीष ने भी एनआइए की इस कार्रवाई की पुष्टि की है। एनआइए ने दोनों आरोपितों को सर्विलांस पर रखा था। लोकेशन ट्रैक होने व इनपुट के आधार पर एसपी रैंक के अधिकारी ज्योतिरादित्य के नेतृत्व में दिल्ली से आई पांच सदस्यीय एनआइए की टीम किशनगंज पहुंची। आठ जनवरी, 2020 को डीआरआइ की नॉर्थर बंगाल यूनिट ने बागडोगरा में गुलाम मुर्तजा उर्फ शजार्तुर को 4.01 लाख के जाली नोटों के साथ गिरफ्तार किया था। उसने स्वीकारोक्ति बयान में कहा था कि वह मालदा से जाली नोटों का नेटवर्क संचालित कर रहा है। उसकी निशानदेही पर ही किशनगंज से दोनों आरोपितों की गिरफ्तारी हुई। जांच के दौरान यह बात सामने आई कि किशनगंज निवासी मुहम्मद बैतुल्लाह व मुहम्मद मुख्तार सीमावर्ती इलाके में सिंडिकेट का संचालन कर रहा है।

जाली नोट व टेरर फ‍ंडिंग से जुड़ा है मामला

किशनगंज जिले में राष्ट्रीय अन्वेषण ब्यूरो (एनआइए) की टीम ने सोमवार अलसुबह को छापेमारी कर दो को गिरफ्तार किया गया। जिसके बाद दोनों आरोपितोंं को साथ लेकर एनआइए की टीम दिल्ली रवाना हुई। इस कार्रवाई में एसएसबी, कस्टम व जियापोखर और सुखानी थाना की पुलिस भी शामिल थी। जिले के एक आलाधिकारी ने इस मामले में कुछ भी बताने से इंकार करते हुए कहा कि मुख्यालय से एनआइए की टीम की जरूरत से अनुरुप मदद करने का निर्देश प्राप्त है। मामला राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा है। 

जानकारी के अनुसार कुछ माह पूर्व दिल्ली में जाली नोट के साथ एक आरोपित को दबोचा गया था। जिससे पूछताछ में नेपाल के सीमावर्ती इलाके में बड़े पैमाने पर चल रहे जाली नोट के धंधे व नेपाल के रास्ते तमाम गतिविधियोंं के संचालन की बात सामने आई थी। जाली नोट व टेरर फंङ्क्षडग से जुड़े इस मामले में मिले इनपुट के आधार पर दिल्ली से आई एनआइए की टीम रविवार देर रात को किशनगंज पहुंची। जिसके बाद एसएसबी व कस्टम के अधिकारियों के साथ ठाकुरगंज से एक पुलिस अधिकारी को साथ लेकर टीम रवाना हुई। कार्रवाई के दौरान सुखानी थाना क्षेत्र के सूरीभि_ा से मो. बैतूल, पिता इस्ताब अली व जियापोखर थाना क्षेत्र के चौवाभि_ा निवासी मो. मुख्तार, पिता अहमद अली को दबोचा गया। गिरफ्तारी के बाद पहले ठाकुरगंज  फिर किशगनंज लाकर घंटों पूछताछ की गई और उसके बाद एनआइए की टीम दोनोंं को अपने साथ ले गई। खुफिया एजेंसी के एक अधिकारी के अनुसार यह मामला जाली नोट के साथ-साथ टेरर फंङ्क्षडग से भी जुड़ा है। एनआइए की टीम इसे लीड कर रही है और इन दोनों पर विगत एक सप्ताह से नजर रखी जा रही थी।


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