Corona effect : सस्ती हुईं हरी सब्जियां, झोला भर-भर खरीदारी, रसोई का बढ़ रहा जायका
corona effect मार्च की तुलना में अभी सब्जियों के भाव में काफी गिरावट आई है। लॉकडाउन-थ्री में कहीं भीड़ दिख रही है तो वह सब्जी मंडियों में।
भागलपुर, जेएनएन। लॉकडाउन में काम धंधे बंद हैं। लोग भी घरों में बंद हैं। ऐसे में भागलपुर की सब्जी मंडियों में हरी सब्जियों की कीमत ही लोगों को राहत दे रही है। मार्च की तुलना में अभी सब्जियों के भाव में काफी गिरावट आई है। लॉकडाउन-थ्री में कहीं भीड़ दिख रही है तो वह सब्जी मंडियों में। लॉकडाउन में गाडिय़ों का परिचालन नहीं होने के कारण सब्जियां दूसरी जगहों पर नहीं भेजी जा रही हैं। इस कारण मार्च की तुलना में कीमत में गिरावट आई है। डॉ. आलोक कुमार सिंह ने बताया कि हरी सब्जियां खाने से इम्युनिटी बढ़ती है, जो कोरोना से मुकाबले के लिए सुपाच्य है।
आलू-प्याज भी लुढ़का
लॉकडाउन से पहले मंडी में आलू का थोक मूल्य 2500 रुपये क्विंटल था। अभी 1700 रुपये हो गया है। खुदरा बाजार में आलू की कीमत 19 से 20 रुपये प्रति किलो है। प्याज का थोक मूल्य 1600 रुपये क्विंटल हो गया है, जबकि मार्च में 3500 रुपये क्विंटल था। अभी खुदरा में प्याज 18 से 20 रुपये किलो मिल रहा है।
वाहन और ट्रेन नहीं चलने से भागलपुर से सब्जियां बाहर नहीं भेजी जा रही हैं। लखीसराय, मुंगेर, साहिबगंज, बांका सहित अन्य जिलों में सब्जियों की आपूर्ति होती थी। इस कारण कीमत में गिरावट आई है। -राजेश सहनी, सब्जी विक्रेता, उल्टा पुल मंडी
सब्जियों की कीमत गिर गई हैं। इसलिए हम भी लोगों को कम कीमत में सब्जियां बेच रहे हैं। अब लोग ज्यादा मोलभाव भी नहीं कर रहे हैं। लॉकडाउन के बाद कीमत में इजाफा होगा। - राजकुमार, आदमपुर, सब्जी मंडी।