Corona effect : उद्योग-धंधे तो हो रहे शुरू, लकिन उत्पाद बाहर कैसे भेजें
Corona effect उद्योग व्यवसाय से जुड़े लोगों का कहना है कि इसके लिए नियमों का पालन करते हुए कुछ छूट तत्काल दी जाए अन्यथा उद्योगों को संभलने में वक्त लग जाएगा।
भागलपुर, जेएनएन। सात सौ से अधिक लघु कुटीर उद्योग का पहिया फिर से घुमाने की कवायद में जुटे उद्यमी सरकार से रियायत की मांग कर रहे हैं। लॉकडाउन के दौरान उत्पादन पूरी तरह ठप हो चुका है, जिसका असर कारोबार पर भी पड़ा है। अब उसे नए सिरे से खड़ा करने में काफी तेजी की जरूरत महसूस की जा रही है। उद्योग व्यवसाय से जुड़े लोगों का कहना है कि इसके लिए नियमों का पालन करते हुए कुछ छूट तत्काल दी जाए, अन्यथा उद्योगों को संभलने में वक्त लग जाएगा। चूंकि बाहर से भी प्रवासी श्रमिक लौट रहे हैं, तो उन्हें भी रोजगार के अवसर उपलब्ध हो सकते हैं।
उद्योग-धंधे धीरे-धीरे चालू तो हो रहे हैं, लेकिन वाहनों की आवाजाही नहीं होने के कारण माल को बाजार में भेजना संभव नहीं हो पा रहा है। स्थानीय प्रशासन को इस दिशा में पहल करनी होगी। उद्यमियों ने कहा कि प्रधानमंत्री ने जिस पैकेज की घोषणा की है, उससे काफी राहत मिलेगी। जरूरत इस बात की है कि इसे जल्द से जल्द पहुंचाया जाए। राज्य सरकार को इस दिशा में त्वरित पहल की जरूरत है। जिला स्वर्णकार संघ के उप सचिव अनिल कड़ेल ने कहा कि दुकानें खोले जाने संबंधी आदेश निर्गत किए जाने चाहिए।