एनएच 81 का निर्माण : भूमि अधिग्रहण के पेंच में फंसा है 700 मीटर लंबी सड़क, ये है बड़ी वजह
NH-81 के निर्माण में भूमि अधिग्रहण का मामला फंसा हुआ है। सात सौ मीटर लंबी सड़क का काम अधूरी है। इससे लोगों को काफी परेशानी हो रही है। लेकिन इसके निर्माण को लेकर कोई अधिकारी ध्यान नहीं दे रहा है।
संसू, प्राणपुर (कटिहार)। गेड़ाबाड़ी से कटिहार होते हुए प्राणपुर के लाभा तक करीब 42 किलोमीटर की लंबाई में बिहार को बंगाल से जोडऩे वाला एनएच 81 का निर्माण कार्य करीब डेढ़ दशक पूर्व पूरा करा लिया गया है। लेकिन प्राणपुर के लाभा चौक से जोडेंगा गांव तक करीब सात सौ मीटर की लंबाई में जमीन अधिग्रहण की पेंच में एनएच का निर्माण कार्य अधूरा पड़ा हुआ है। लाभा चौक से जोड़ेंगा गांव तक 700 मीटर की लंबाई में उक्त सड़क ग्राम पंचायत की सड़क थी। एनएच निर्माण कार्य शुरू होने पर उत्तरी लालगंज पंचायत द्वारा उक्त जमीन एनएच निर्माण के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को दिए जाने की बात लिखित तौर पर कही गई। बावजूद इसके निर्माण कार्य पूरा नहीं किया गया। उक्त जमीन को जिला परिषद की बताते हुए राजमार्ग प्राधिकरण द्वारा किसानों से जमीन अधिग्रहित कर अधूरे पड़े हिस्से में निर्माण कार्य कराए जाने की बात कही गई। लेकिन अब तक किसी किसान को जमीन अधिग्रहण संबंधी नोटिस तक जारी नहीं किया गया है।
निर्माण कार्य अधूरा होने से आवागमन में हो रही परेशानी
700 मीटर की लंबाई में एनएच का निर्माण कार्य नहीं होने से लोगों को आवागमन में परेशानी का सामना करना पड़ता है। खासकर बरसात के मौसम में कीचड़ व जलजमाव से परेशानी और भी बढ़ जाती है। एनएच 81 बिहार को बंगाल से जोड़ती है। एनएच 81 सड़क बंगाल के एनएच 34 को जोड़ती है। बताते चलें कि लाभा पुल से बंगाल के हरिश्चंद्रपुर तक एनएच का कार्य तेजी से चल रहा है। एनएच 81 का बंगाल के एनएच 34 में जुड़ाव होते ही कटिहार व पूर्णिया से बंगाल के मालदा, कोलकाता सहित अन्य शहरों की दूरी घट जाएगी।
पूर्व जिप सदस्य राधेश्याम क्रांति ,अब्दुल रब्बान, मु. कालू, सउद आलम, बलराम यादव, बिसु मंडल, अरुण कुमार सुमन, मु. मतीन, राजू आदि किसानों ने बताया कि अब तक एनएच 81 को लेकर विभागीय अधिकारी द्वारा उन लोगो की भूमि का अधिग्रहण का नोटिस नहीं दिया गया है। जमीन अधिग्रहण नहीं होने से एनएच 81 का निर्माण कार्य अधूरा पड़ा है।
क्या कहते हैं स्थानीय मुखिया
उत्तरी लालगंज पंचायत पराामर्शदातृ समिति के अध्यक्ष सह स्थानीय मुखिया सउद आलम ने बताया कि 700 मीटर की लंबाई में उक्त सड़क पूर्व में ग्राम पंचायत की सड़क में शामिल था। उक्त सड़क को उत्तरी लालगंज ग्राम पंचायत ने लिखित के तौर पर एनएच 81 निर्माण के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को दे दिया। विभागीय लापरवाही के कारण 700 मीटर की लंबाई में सड़क निर्माण अधूरा पड़ा है।