तिलकामांझी विश्वविद्यालय में प्रोफेसर की पिटाई मामले में समिति ने वीसी को सौंपी रिपोर्ट
तिलकामांझी विश्वविद्यालय की अनुशासन समिति ने असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. दिव्यानंद देव से मारपीट मामले में अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। 26 मार्च को डॉ. देव से बिहार बंद के दौरान कुछ छात्र संगठनों के सदस्यों ने मारपीट की थी। कमेटी ने रिपोर्ट देने में 17 दिन देरी की है।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) की अनुशासन समिति ने असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. दिव्यानंद देव से मारपीट मामले में मंगलवार को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। 26 मार्च को डॉ. देव से बिहार बंद के दौरान कुछ छात्र संगठनों के सदस्यों ने उनके साथ मारपीट की थी। इस मामले में कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने शिकायत मिलने पर समिति से तीन दिनों में रिपोर्ट मांगी थी, किंतु समिति को अपनी रिपोर्ट सौंपने में 17 दिनों का समय लग गए।
पीडि़त ने भी समिति के सामने रखा पक्ष
सोमवार को हुई अनुशासन समिति की बैठक में ही मंगलवार को रिपोर्ट देने की बात हुई थी। पीडि़त शिक्षक डॉ. दिव्यानंद ने भी समिति के समक्ष अपना पक्ष रखा। दोपहर बाद समिति की बैठक प्रति-कुलपति प्रो. रमेश कुमार की अध्यक्षता में हुई। इसके बाद संबंधित मामले की पूरी रिपोर्ट कुलपति को सौंप दी गई है। पीआरओ डॉ. दीपक कुमार दिनकर ने बताया कि मामले में कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता अब इस मामले में निर्णय लेंगी। इसके बाद आगे की कार्रवाई होगी।
कुलपति के निर्णय पर सभी की नजर
अनुशासन समिति द्वारा कुलपति को सौंपी गई रिपोर्ट पर ही सभी की नजर है। सभी शिक्षक और छात्रों के बीच इसकी चर्चा है। अब मामला कुलपति के पास है। इस मामले में उनके निर्णय के बाद ही किसी तरह का एक्शन लिया जाएगा। इस संबंध में विश्वविद्यालय का कोई भी अधिकारी कुछ भी कहने से बच रहा है। हालांकि अब विश्वविद्यालय के निर्णय पर ही शिक्षकों की रणनीति तय होगी। उन लोगों ने पूर्व में ही कार्रवाई नहीं होने पर आंदोलन की चेतावनी विश्वविद्यालय को दी है।
धमकी देने वालों का नाम सार्वजनिक करें शिक्षक
डॉ. दिव्यानंद देव द्वारा धमकी दिए जाने की शिकायत पर छात्र संगठनों ने भी उच्च स्तरीय जांच की मांग कुलपति से की है। कहा है कि इस मामले में जो भी लोग शामिल हैं, उन पर कठोर कार्रवाई हो। छात्र राजद के विश्वविद्यालय अध्यक्ष ने कहा है कि शिक्षक धमकी देने वालों का नाम सार्वजनिक करें। यदि जांच में धमकी देने वाली बात गलत हो तो कुलपति को विश्वविद्यालय की छवि धूमिल करने के लिए शिक्षक पर कार्रवाई करनी चाहिए। वहीं अखिल बिहार छात्र एकता के संयोजक बमबम प्रीत ने भी यह मांग की है।