आयुक्त की रिपोर्ट पर श्याम बिहारी मीणा के खिलाफ जांच टीम गठित Bhagalpur News
यह टीम स्मार्ट सिटी योजना से कंट्रोल एंड कमांड केंद्र की निविदा और नगर विकास के फंड से बन रहे सम्राट अशोक भवन की जांच करेगी।
भागलपुर [जेएनएन]। नगर निगम और स्मार्ट सिटी की योजना में अनियमितता को लेकर तत्कालीन नगर आयुक्त श्याम बिहारी मीणा के विरुद्ध विभागीय जांच होगी। प्रमंडलीय आयुक्त के प्रतिवेदन पर नगर विकास विभाग ने 23 जुलाई को जांच टीम गठित कर दी है। नगर विभाग के विशेष सचिव संजय कुमार को समिति का अध्यक्ष और बुडको के मुख्य अभियंता ओम प्रकाश सिंह को टीम का सदस्य बनाया गया है।
यह टीम स्मार्ट सिटी योजना से कंट्रोल एंड कमांड केंद्र की निविदा और नगर विकास के फंड से बन रहे सम्राट अशोक भवन की जांच करेगी। इसके साथ ही श्याम बिहारी मीणा के कार्यकाल में नगर निगम की विकास योजना की फाइलों को भी खंगाला जाएगा। प्रमंडलीय आयुक्त वंदना किनी ने नगर निगम परिसर में 1.10 करोड़ की लागत से बन रहे सम्राट अशोक भवन के नक्शा से छेड़छाड़ की जांच जिला स्तरीय अधिकारी से कराई थी। रिपोर्ट में तत्कालीन नगर आयुक्त द्वारा नक्शे से छेड़छाड़ कर 12 फीट लंबे पोर्टिको को हटाने की बात सामने आई थी। मामले में गत मार्च को प्रमंडलीय आयुक्त वंदना किनी ने जांच के आदेश दिए थे।
वहीं, इसके पहले रहे प्रमंडलीय आयुक्त राजेश कुमार ने भी स्मार्ट सिटी योजना से कंट्रोल एंड कमांड केंद्र की निविदा पर आपत्ति दर्ज की थी। कुछ दिनों के बाद भागलपुर स्मार्ट सिटी लिमिटेड के बोर्ड ऑफ डायरेक्टर ने निविदा रद कर दी थी। आयुक्त ने राज्य सरकार से इसकी निगरानी जांच की सिफारिश की थी। निविदा प्रक्रिया में गड़बड़ी की बात सामने आने पर डीडीसी को कंट्रोल एंड कमांड केंद्र के दस्तावेज सील करने कहा गया था।
130 करोड़ की निविदा को 202
दरअसल स्मार्ट सिटी योजना से कंट्रोल एंड कमांड केंद्र का टेंडर आइटीआइ एजेंसी को 202 करोड़ में दिया गया। निविदा फाइनल होने के बाद विवाद गहराता चला गया। 130 करोड़ रुपये की निविदा को 202 करोड़ में देने पर प्रमंडलीय आयुक्त ने सवाल खड़ा किया था।