बिहार में कोबरा का आतंक! मुंगेर में हर दिन किसी न किसी को डस रहे सांप, एंटी स्नैक इंजेक्शन की बढ़ी मांग
बिहार में बाढ़ के कहर के साथ ही सर्पदंश की घटनाओं में इफाजा हो जाता है। बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में कोबरा का आतंक देखने को मिलता है। मुंगेर में हर दिन किसी न किसी को सांप काट रहे हैं। हालात ये हैं कि एंटी स्नैक इंजेक्शन की डिमांड बढ़ी है।
संवाद सूत्र, मुंगेर। बिहार में कोबरा का आतंक बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बढ़ रहा है। बात करें मुंगेर की तो यहां के छह प्रखंडों में सहित जिले में सर्पदंश की घटनाएं काफी बढ़ गई हैं। हर दूसरे दिन दो लोगों को कोबरा अपना शिकार बना रहा है। कोबरा से डसे जाने के बाद पीडि़त लोग इलाज के लिए अस्पताल पहुंच रहे हैं। लगभग 25 दिनों के अंदर सदर अस्पताल में 35 लोग सर्पदंश के शिकार पहुंचे हैं। हालांकि, समय पर अस्पताल आ जाने से उन सभी की जानें बच गई हैं। सर्पदंश के मरीज अस्पताल में भर्ती थे, उन्हें डिस्चार्ज कर दिया गया है।
खेत और घरों के आसपास निकल रहे सांपों के आतंक से लोग रात में सो नहीं पा रहे हैं। वे जगकर रात बिताने को विवश हैं। सर्पदंश की घटनाओं में लगातार हो रहे इजाफा को देखते हुए बड़ी संख्या में इंजेक्शन का स्टाक कर लिया गया है। राज्य स्वास्थ्य समिति को से दो दिन पहले 300 वाइल इंजेक्शन की आपूर्ति की गई है।
दरअसल, जिले का सदर प्रखंड, बरियापुर, जमालपुर, धरहरा प्रखंड, हवेली खडग़पुर बाढ़ की चपेट में है। असरगंज प्रखंड का भी कुछ हिस्सा भी से प्रभावित है। बाढ़ में सांप निकलने की घटनाएं बढ़ गई है। बाढ़ की स्थिति भयावह होने के बाद लोग ऊंचे स्थान पर चले गए हैं। अब जलस्तर कम होने के बाद पीड़ितों की परेशानी बढ़ गई है।
सर्पदंश के बाद तुरंत पहुंचे अस्पताल
सर्पदंश के बाद तुरंत अस्पताल पहुंचकर इलाज कराएं। ज्यादातर ग्रामीण इलाकों के लोग झाड़-फूंक के चक्कर में पड़ जाते हैं, ऐसे में सर्पदंश से पीड़ित की जान पर बन आती है। अस्पताल में एंटी स्नैक का इंजेक्शन स्वास्थ्य समिति की ओर से उपलब्ध कराया गया है। ऐसे में लोगों को सीधा अस्प्ताल पहुंचने की जरूरत है।
- -30 से 35 लोग पहुंच चुके हैं अस्पताल
- -03 सौ इंजेक्शन वाइल मंगाया गया अस्पताल में
- -01 अस्पताल आने वालों की नहीं हुई मौत
पहला मामला: साफियाबाद के फरदा गांव की खुशबू कुमारी को विषैले सांप ने डस लिया था। पिता मनोज यादव तुरंत बेटी को लेकर सदर अस्पताल पहुंचे गए। यहां पर एंटी स्नैक इंजेक्शन बच्ची को दिया गया। बच्ची की जान बच गई, अब वह स्वस्थ्य है।
दूसरा मामला: नौवागढ़ी के राहुल कुमार को खेलने के दौरान सांप ने डंस लिया था। पिता पंकज साह ने स्थानीय चिकित्सक से दिखाया। सुधार नहीं होने पर सदर अस्पताल लेकर पहुंचे। इमरजेंसी वार्ड में पहुंचने के इंजेक्शन दिया गया, तब जाकर बच्चा स्वस्थ्य हुआ।
सीधा सदर अस्पताल पहुंच रहे सर्पदंश के शिकार
प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र जमालपुर में सर्पदंश के शिकार लोगों के लिए इंजेक्शन उपलब्ध है। लगभग एक वर्ष में यहां एक भी सर्पदंश के पीड़ित नहीं पहुंचे हैं, सभी सदर अस्प्ताल जाकर इलाज कराते हैं। स्वास्थ्य प्रबंधक सत्येंद्र कुमार सिंह ने कहा कि यहां सर्पदंश के इलाज के लिए इंजेक्शन का पूरा स्टाक उपलब्ध है। मरीज नहीं पहुंच रहे हैं।
दवा भंडार प्रभारी रामानुज कुमार ने बताया कि सदर अस्पताल में सर्पदंश के शिकार पीड़ित को दिये जाने वाला इंजेक्शन का पूरा स्टाक उपलब्ध है। हाल में बड़ा स्टाक आया है। किसी तरह की दिक्कत नहीं है। सर्पदंश से आने वाले मरीजों को तुरंत इंजेक्शन उपलब्ध कराया जाता है।