नगर पालिका से निगम बना पर स्वच्छता दिखाई नहीं देती : डॉ. एके सिन्हा
70 वर्षीय वरीय फिजीशियन डॉ. एके सिन्हा ने शहर को विकसित होते काफी करीब से देखा है।
भागलपुर। 70 वर्षीय वरीय फिजीशियन डॉ. एके सिन्हा ने शहर को विकसित होते काफी करीब से देखा है। छह दशक पूर्व शहर की आबादी सिमटी हुई थी। सड़कें भी चौड़ी नहीं थी। पर यहां के लोग काफी स्वस्थ थे। छह दशक बाद आबादी बढ़ी पर उसके अनुपात में शहर का विकास नहीं हो पाया। पहले यहां की सड़क समतल थी। सड़क पर धूल नहीं के बराबर उड़ती थी। लोगों को परेशानी भी नहीं होती थी। पांच वर्ष पूर्व सड़क की चौड़ाई तो बढ़ाई गई लेकिन अब मरम्मत के नाम पर सिर्फ खानापूर्ति की जा रही है। कहने को पक्की सड़क है पर वाहन हर जगह हिचकोले खाते हैं। सड़क की जर्जर स्थिति की जानकारी प्रधानमंत्री कार्यालय को भी दी गई है। लोगों को कमर दर्द के अलावा उड़ते धूल से दमा की बीमारी भी होने लगी है। ट्रैफिक पुलिस को भी प्रशिक्षण नहीं दिया गया। जिसकी वजह से आए दिन जाम की स्थिति बनी रहती है।
पहले ध्वनि प्रदूषण नहीं था। पर अब वाहनों की संख्या बढ़ते ही ध्वनि प्रदूषण से 50 वर्ष के लोगों को भी कम सुनाई पड़ने लगा है। वे बहरेपन के शिकार होने लगे हैं। नगर पालिका से निगम बन गया, लेकिन स्वच्छता दिखाई नहीं देती है।
शहर में शिक्षा का स्तर बढ़ा है। पहले सरकारी स्कूलों तक ही शिक्षा सीमित थी, अब कोचिंग सेंटरों की भरमार है। अन्य शहरों के छात्र भी भागलपुर पढ़ाई के लिए आते हैं। पहले से कई गुणा ज्यादा स्वास्थ्य विभाग में विकास हुआ है। 1970 के पहले शहर में मेडिकल कॉलेज अस्पताल नहीं था। सदर अस्पताल में मरीजों का इलाज किया जाता था। अब मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अलावा अन्य स्वास्थ्य केंद्रों में भी आधुनिक चिकित्सकीय उपकरण लगाए गए हैं।