चीन और पाकिस्तान ने स्मैक को बनाया हथियार! आईबी ने गृह मंत्रालय को भेजी रिपोर्ट- बिहार के पूर्णिया समेत 4 जिले निशाने पर
चीन और पाकिस्तान की नपाक चाल से देश की सुरक्षा एजेंसी हमेशा से अलर्ट रही हैं। ऐसे में बिहार के सीमावर्ती इलाकों में बढ़ी स्मैक की तस्करी और लत दोनों को लेकर आईबी ने गृह मंत्रालय को एक रिपोर्ट सौंपी।
प्रकाश वत्स, जागरण संवाददाता, पूर्णिया। नेपाल व बांग्लादेश की सीमा पर अवस्थित पूर्णिया प्रमंडल के युवाओं में स्मैक की बढ़ रही लत के पीछे राष्ट्रविरोधी ताकतों की सक्रियता की आशंका जताई गई है। हाल ही में आइबी (Intelligence Bureau) ने इस संदर्भ की एक विस्तृत रिपोर्ट गृह मंत्रालय (Ministry of Home Affairs) को भेजी है। इसमें सीधे तौर पर स्मैक के जरिए यहां की युवा पीढ़ी को पैरेलाइज करने का अंदेशा जताया गया है।
नार्थ ईस्ट के रास्ते सीमांचल तक पहुंच रहा स्मैक
गृह मंत्रालय को भेजी गई रिपोर्ट में इस बात का भी उल्लेख है कि नार्थ ईस्ट के रास्ते सीमांचल तक स्मैक पहुंचाया जा रहा है। इसमें यह भी आशंका जताई गई है कि अप्रत्यक्ष रुप से चीन व पाकिस्तान की इसमें सहभागिता हो सकती है। इसके लिए नार्थ ईस्ट से लेकर सीमांचल तक में एक बड़ा नेटवर्क खड़ा कर लिया गया है। स्थानीय स्तर पर आर्थिक रुप से लाचार महिला व बच्चों के सहारे इसकी बिक्री का नेटवर्क बनाया गया है। बता दें कि पूर्णिया में ही दो साल के अंदर आधा दर्जन महिलाओं को पुलिस स्मैक बिक्री के आरोप में गिरफ्तार कर चुकी हैं। दो दिन पूर्व भी पूर्णिया के मधुबनी परिक्षेत्र से नीतू देवी नामक एक महिला को नौ ग्राम स्मैक के साथ गिरफ्तार किया गया था।
मानसिक रुप से बीमार हो रहे स्मैक के आदी युवा
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि स्मैक को इसलिए भी हथियार बनाया जा रहा है क्योंकि यह युवाओं के शारीरिक व मानसिक स्थिति को बुरी तरह प्रभावित करता है। खासकर महज चंद माह तक इसके नियमित सेवन के आदि किशोर या युवा की मानसिक स्थिति बुरी तरह प्रभावित हो जाती है। इससे मानसिक क्षमता क्षीण्ण हो जाती है और अगर समय पर उपचार न हो तो खुद उनकी जिंदगी उनके लिए बोझ हो जाता है। ऐसे में यह आशंका जताई गई है कि इस सहारे सीमांचल के युवाओं को हर तरह पैरेलाइज करने की बड़ी साजिश हो सकती है।
स्मैक के लिए पैसे जुटाने को अपराध की पकड़ रहे राह
गृह मंत्रालय को प्रेषित रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि सीमांचल के पूर्णिया, कटिहार, अररिया व किशनगंज जिलों में स्मैक की लत तेजी से किशोरों व युवाओं में फैल रहा है। बाद में स्मैक का पैसा नहीं जुटने पर ऐसे युवा अपराध की राह पकड़ रहे हैं। कई लूट कांडों के उदभेदन में भी यह बात सामने आ चुकी है। यही नहीं घर में चोरी के साथ ही ऐसे युवाओं का अपराध शुरु होता है और फिर इस दलदल में वह फंसता जाता है। रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि कई ऐसे लड़के भी है तो इसके आदी होने के चलते खुद आज इसके अवैध धंधे से जुड़ चुके हैं।
अधर में फंस रहा प्रतिभाशाली बच्चों का भविष्य
इसकी गिरफ्त में आने के कारण कई प्रतिभाशाली बच्चों का भविष्य भी अधर में फंस चुका है। मेडिकल व इंजीनियरिंग संस्थानों में प्रवेश पाने वाले कई छात्रों का भविष्य इस चलते दाव पर लग चुका है। ऐसे कई बच्चे फिलहाल नशा मुक्ति केंद्र में भर्ती हैं।