बाल बंदियों को 25 लाख की दी गई थी सुपारी
निष्कासित हाउस फादर अमर कुमार झा ने तय किया था सौदा। घटना के बाद पांचों बाल बंदियों को भेज दिया गया नेपाल।
पूर्णिया। बाल सुधार गृह से निष्कासित हाउस फादर अमर कुमार झा ने कार्यरत हाउस फादर विजेंद्र कुमार और बाल बंदी की हत्या के लिए बाल बंदियों को 25 लाख की सुपारी दी थी। उसने बंदियों को हथियार उपलब्ध कराने के अलावा नेपाल फरार होने के लिए गाड़ी भी उपलब्ध कराई।
पुलिस घटना के मास्टरमाइंड अमर कुमार झा को गिरफ्तार कर फरार पांचों बाल बंदियों को पकड़ने के लिए नेपाल रवाना हो गई है। अब तक के अनुसंधान में एसपी ने भी माना कि बाल सुधार गृह की सुरक्षा-व्यवस्था लचर थी। बाल सुधार गृह के अंदर बिना किसी जांच-पड़ताल के मुलाकातियों को जाने दिया जाता था एवं सामान भेजा जाता था। सुरक्षा के लिहाज से फिलहाल वहां एक सेक्शन बिहार पुलिस के जवानों और एक सेक्शन होमगार्ड को तैनात किया गया है। एसपी विशाल शर्मा ने बताया कि घटना के दिन अमर कुमार झा ने अपने सहयोगियों की मदद से बाल सुधार गृह के अंदर हथियार पहुंचवाया था। गिरफ्तार आरोपित वहां की सुरक्षा-व्यवस्था से पूर्व से अवगत था, इसलिए आसानी से उसने सारी घटनाओं को अंजाम दिया। घटना को अंजाम देने वाले बाल बंदियों का सहयोग करने वाले एक व्यक्ति सूरज कुमार एवं अन्य लोगों की पहचान कर कार्रवाई की जा रही है।
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बदला लेने की नीयत से कराई गई हत्या
अपने निष्कासन का बदला लेने के लिए अमर कुमार झा ने बाल सुधार गृह में दो हत्याएं करवाई थीं। उसके खिलाफ एक बाल बंदी ने 22 जून को किशोर न्याय परिषद के प्रधान दंडाधिकारी को आवेदन देकर इलाज के बहाने दो बाल बंदियो को घर घुमाने की शिकायत की थी। बाल बंदी की शिकायत पर अमर कुमार झा को निष्कासित कर दिया गया था और उस जगह पर विजेंद्र कुमार को हाउस फादर नियुक्त किया गया था। इसी बाल बंदी की हत्या की गई। अनुसंधान में संलिप्तता सामने आने के बाद अमर भागने के फेर में था, लेकिन पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।