1700 करोड़ के सृजन घोटाले में तीन कार्यपालक अभियंता सहित 44 पर आरोप पत्र Bhagalpur News
प्रिया के खिलाफ CBI ने दो प्राथमिकी में आरोप पत्र दायर किया। आरोपित आपस में षड्यंत्र कर सरकार के बैंक खाते से गलत ढंग से पैसा सीधे सृजन के खाते में स्थानांतरित करवा देते थे।
भागलपुर [जेएनएन]। 1700 करोड़ के सृजन घोटाले से जुड़े तीन मामलों में तीन कार्यपालक अभियंताओं सहित 44 आरोपितों के खिलाफ सीबीआइ ने आरोप पत्र दायर किया है। आरोप पत्र सीबीआइ के विशेष न्यायिक दंडाधिकारी कुमार गुंजन की अदालत में दायर किया गया है।
सीबीआइ ने भागलपुर स्थित जिला ग्रामीण विकास कार्यालय के कार्यपालक अभियंता राजेन्द्र भगत, राजन प्रसाद समैयार और मनोज कुमार, भागलपुर स्थित बैंक ऑफ इंडिया के मुख्य प्रबंधक दिलीप कुमार ठाकुर, बैंक ऑफ बड़ौदा के मुख्य प्रबंधक नैयर आलम और तत्कालीन मुख्य प्रबंधक अरुण कुमार सिंह, सृजन महिला विकास समिति की अध्यक्ष शुभ लक्ष्मी, प्रबंधक सरिता झा, पूर्व संयोजक स्व. मनोरमा देवी के पुत्र अमित कुमार सहित 44 पर तीन मामलों में आरोप पत्र दायर किया।
सृजन की सचिव रजनी प्रिया के खिलाफ सीबीआइ ने दो प्राथमिकी में आरोप पत्र दायर किया। आरोप के अनुसार आरोपित आपस में षड्यंत्र कर सरकार के बैंक खाते से गलत ढंग से पैसा सीधे सृजन के खाते में स्थानांतरित करवा देते थे। बाद में आरोपित सृजन के खाते से रुपये निकाल बांट लेते थे। जब कोई चेक सरकार के खाते में डाला जाता था तब बैंक की ओर से सृजन पदाधिकारियों को यह सूचना दे दी जाती थी कि चेक डाला गया है। इस चेक की राशि सृजन के खाते से सरकार के खाते में जल्द स्थानांतरित करा दें ताकि चेक बाउंस नहीं होने पाए। आरोपी इसमें भी घोटाला करते थे। सृजन की संयोजक मनोरमा देवी की मृत्यु के बाद सृजन के खाते से सरकार के खाते में रुपये आने में देरी होने लगी और चेक बाउंस होना शुरू हो गए। इसी के बाद से सृजन घोटाले की परतें खुलने लगीं।