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एचपीवी वैक्सीन लगवाएं सर्वाइकल कैंसर के कम रहेंगे चांस, जानिए... इस बीमारी के बचाव के अन्‍य उपाय Bhagalpur News

पैप स्मीयर जांच के जरिए सर्वाइकल कैंसर होने की जानकारी मिलती है। शुरुआत में कैंसर होने की जानकारी नहीं मिलती। इसके लिए प्रतिवर्ष जांच करवाना आवश्यक है।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Wed, 05 Feb 2020 10:27 AM (IST)Updated: Wed, 05 Feb 2020 10:27 AM (IST)
एचपीवी वैक्सीन लगवाएं सर्वाइकल कैंसर के कम रहेंगे चांस, जानिए... इस बीमारी के बचाव के अन्‍य उपाय Bhagalpur News
एचपीवी वैक्सीन लगवाएं सर्वाइकल कैंसर के कम रहेंगे चांस, जानिए... इस बीमारी के बचाव के अन्‍य उपाय Bhagalpur News

भागलपुर, जेएनएन। सर्वाइकल कैंसर (गर्भाशय के मुंह का कैंसर) अब कॉमन हो गया है। विश्व में प्रति एक हजार महिलाओं में एक महिला सर्वाइकल कैंसर से पीडि़त है। यह कैंसर हृयूमन पैपीलोमा वायरस की वजह से होता है। एचपीवी वैक्सीन लेने से 80 फीसद सर्वाइकल कैंसर होने की संभावना कम हो जाती है।

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नई दिल्ली एम्स की डॉ. नीरजा भाटला ने कहा कि अभी वैक्सीन विदेशों से भारत में आपूर्ति की जा रही है। जिसकी कीमत ज्यादा है। भारत में भी वैक्सीन बनाई जा रही है जो आने वाले वर्षों उपलब्ध होगी। नौ वर्ष से लेकर 25 वर्ष की महिलाओं को तीन डोज वैक्सीन लेने से 80 फीसद सर्वाइकल कैंसर से बचाव किया जा सकता है। वैक्सीन का दुष्प्रभाव नहीं है। कुछ क्षणों के लिए हल्का बुखार, दर्द या चक्कर आ सकता है। पंजाब सरकार अपने खर्च पर वैक्सीन दे रही है। वहीं अन्य राज्यों में भी 10 हजार से ज्यादा छात्राओं को वैक्सीन दी गई है।

सर्वाइकल कैंसर होने के अन्य कारण

मायागंज अस्पताल के गायनी विभाग में पदस्थापित स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ. रोमा यादव के मुताबिक एक माह में चार से छह सर्वाइकल कैंसर से पीडि़त मरीज इलाज करवाने आती हैं। निजी अंग की सफाई नहीं रखने, एक से ज्यादा लोगों के साथ शारीरिक संबंध रखने, प्रतिरोक्षक क्षमता में कमी होने, कुपोषण आदि कारणों से सर्वाइकल कैंसर होने की संभावना होती है। यौन संपर्क से पैपीलोमा वायरस का संक्रमण होने लगता है। सर्विक्स के प्री कैंसरस सेल तेजी से बढऩे लगती हैं। धुमपान करने से भी कैंसर होने की संभावना होती है।

कैंसर के लक्षण

गुलाबी रंग का बदबूदार पानी गिरना, शारीरिक संबंध के बाद रक्तश्राव होना, पीठ के निचले हिस्से या पेट के निचले हिस्से में दर्द होना, दो माहवारी के बीच रक्तश्राव होना आदि लक्षण हैं।

जांच से मिलेगी जानकारी

पैप स्मीयर जांच के जरिए सर्वाइकल कैंसर होने की जानकारी मिलती है। शुरुआत में कैंसर होने की जानकारी नहीं मिलती। इसके लिए प्रतिवर्ष जांच करवाना आवश्यक है। इसके लिए जागरूक रहना चाहिए। शुरुआती लक्षण मिलने और कैंसर होने की पुष्टि होने पर गर्भाशय को निकल दिया जाता है। अगर दूसरे चरण में कैंसर है तो कीमोथेरेपी रेडिएशन देना आवश्यक हो जाता है।

 

गुटखा हटाओ, कैंसर भगाओ

विश्व कैंस दिवस पर सदर अस्पताल से रैली निकली गई। रैली में शामिल लोग 'गुटखा हटाओ, कैंसर भगाओ' नारे भी लगाए। इस अवसर पर लोगों को पर्चे भी बांटे गए, जिसमें नशा सेवन नहीं करने की अपील की गई। सिविल सर्जन डॉ. विजय कुमार सिंह ने रैली को हरी झंडी देकर रवाना किया। कोतवाली चौक तक रैली गई। रैली इंडियन डेंटल एसोसिएशन अंग प्रदेश, जयप्रकाश उद्यान सह सैंडिस कंपाउंड विकास समिति, लायंस क्लब और गांधी शांति प्रतिष्ठान के सदस्य शामिल हुए। डॉ. विनोद कुमार द्वारा पर्चे भी बांटे गए जिसमें नशा सेवन नहीं करने की अपील की गई थी। रैली में डॉ. संजय कुमार, डॉ. स्वप्निल, डॉ. गीतांजलि, डॉ. स्वयंप्रभा, डॉ. एसबी शरण, पंकज टंडन, प्रकाश चंद्र गुप्ता, दिलीप सिंह सहित नर्सिंग स्कूल की छात्राएं शामिल थीं।


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