कोसी में लापता बच्चों की खोज के लिए बनेगा हर जिले में सेल
बच्चों के लापता मामलों की जांच के लिए हर जिले में विशेष सेल बनाने का निर्देश अपराध अनुसंधान विभाग ने दिया है।
पूर्णिया (राजीव कुमार) : कोसी के थानों में दर्ज मासूम बच्चों के लापता मामलों की जांच के लिए हर जिले में विशेष सेल बनाने का निर्देश अपराध अनुसंधान विभाग ने दिया है। इस सेल की कमान सभी जिलों के पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय को सौंपा जाएगा तथा इस सेल में एक महिला पुलिस पदाधिकारी सहित छह पुलिस पदाधिकारी एवं पांच पुलिस के जवान शामिल किए जायेंगे। लापता बच्चों की खोज के लिए गठित यह सेल जिले के सभी थानों में दर्ज होने वाले मामलों की हर पखवारे समीक्षा करेगा तथा बच्चों की सकुशल बरामदगी के लिए आवश्यक कदम उठाते हुए हर माह की उपलब्धियों से अपराध अनुसंधान विभाग के एडीजी को रिपोर्ट भेज अवगत कराने का काम करेगा। कोसी के जिलों में लापता बच्चों की सूची में 14 मासूम बच्चे 2010 से गायब हैं। जिसमें पूर्णिया में 3, कटिहार में 4, किशनगंज में 2, अररिया में 2, सहरसा, सुपौल एवं मधेपुरा जिले में एक- एक बच्चे लापता है जिनके मामले थानों में दर्ज हैं। इन बच्चों को पुलिस आज तक नहीं खोज पायी है। कोसी के जिलों में कटिहार जिले में सबसे अधिक 79 मासूम, अररिया जिले में 66, किशनगंज में 30 एवं पूर्णिया में 22 मासूम लापता हैं। लापता बच्चों के लंबित मामलों की समीक्षा में यह बात उजागर हुआ है कि बच्चों के लापता होने का मामला थानों में दर्ज होने के बाद पुलिस कुंडली मारकर बैठ जाती है। जबकि इस में कई मामले सीधे मानव तस्करी से जुड़े होते हैं। अब लापता बच्चों की खोज में लापरवाही बरतने के मामले में गठित सेल के पुलिस पदाधिकारी इसके लिए सीधे तौर पर जवाबदेह बनाए गए हैं। लापता बच्चों की खोज के लिए बनाए जाने वाले सेल की समीक्षा हर जिले के एसपी को हर सप्ताह करने का निर्देश भी दिया गया है।