तारापुर में दिखा Caste Factor! खास वर्ग को मिली सफलता से उड़ी कई की नींद, होने हैं उपचुनाव
Bihar Politics मुंगेर के तारापुर में Caste Factor दिखा। एक खास वर्ग को सफलता मिली है। इससे कई की नींद उड़ गई है। तारापुर की 10 पंचायतों के परिणाम को देखकर सभी दंग हैं। पर्दे के पीछे कई दल लोगों को वोटरों को गोलबंद कर रहे थे।
संवाद सूत्र, तारापुर (मुंगेर)। Bihar Politics: पहले चरण का पंचायत चुनाव तारापुर प्रखंड में संपन्न हो गया। रविवार को चुनाव परिणाम की घोषणा भी कर दी गई। कहने को यह पंचायत चुनाव था पर पर्दे के पीछे कई नेताओं की प्रतिष्ठा भी दांव पर लगी थी। तारापुर विधानसभा उप चुनाव को लेकर विभिन्न दलों के प्रत्याशी के दावेदार या तो खुद अथवा अपने स्वजन को मैदान में उतारे थे। सर्वाधिक मारामारी एक खास वर्ग के प्रत्याशियों में थी। वह एक दूसरे की टांग खिंचाई कर खुद को सिरमौर बनना चाहते थे। स्वजातीय मतदाताओं ने सिरमौर बनने का सपना तो पूरा नहीं होने दिया, पर चट्टानी एकता को दिखाकर वर्ग गोलबंदी बनाने रखा। विभिन्न राजनीतिक दलों को साफ संकेत दे दिया कि उनकी उपेक्षा भारी पड़ सकती है। कुल मिलाकर यहां Caste Factor देखने को मिला, होने वाले उपचुनाव को लेकर इससे कइयों की नींद उड़ी हुई है।
गनेली सीट पर फंसी थी प्रतिष्ठा
सर्वाधिक प्रतिष्ठा की सीट गनेली पंचायत मुखिया पद पर लगी थी। मुखिया प्रत्याशी चांदनी कुमारी के पति निर्मल कुमार सिंह जदयू से उप चुनाव के लिए टिकट के दावेदार माने जा रहे हैं। इनका पार्टी आधारित कोई पारिवारिक राजनीतिक पृष्ठभूमि नही है। खुद की मेहनत से मुकाम हासिल किया है। उनको हराने केलिए उनके ही वर्ग ने बड़ा प्रयास किया, इसके बावजूद पत्नी की जीत ने सभी की बोलती बंद हो गई। चुनाव परिणाम जानने के लिए कई लोगों का फोन पटना, मुंगेर तथा क्षेत्र से मीडिया कर्मियों को आता रहा की क्या परिणाम आया है।
जिला परिषद क्षेत्र संख्या 12 की प्रत्याशी पिंकी कुमारी के लिए उनके पति राजद के प्रदेश सचिव जितेंद्र कुशवाहा की भी प्रतिष्ठा दांव पर लगी थी। वह परंपरागत क्षेत्र संख्या 11 को छोड़ क्षेत्र संख्या 12 पर चुनाव लड़ने से विरोध हो रहा था। जितेंद्र कुशवाहा की भी राजनीति अपने बलबूते पर चली आ रही है। उनके अपने मतदाताओं ने उन पर भरोसा जताया है। जितेंद्र कुशवाहा राजद में गैर यादव उम्मीदवार होने की स्थिति में अपनी दावेदारी मजबूत की है। चुनाव का परिणाम उनके पक्ष में आया।
उप चुनाव के लिए जदयू के दूसरे प्रबल दावेदार माने जा रहे राजीव कुमार सिंह के भाई की पत्नी लौना से बड़े अंतर से जीती हैं। राजीव कुमार सिंह ने भी खुद को अपने बलबूते राजनीति में स्थापित किया है। पंचायत चुनाव में तारापुर के दो जिला परिषद सीट क्षेत्र संख्या 11 व 12 पर विजय प्रत्याशी एक ही वर्ग से हैं। 10 में से पांच मुखिया एक ही वर्ग के घराने से हैं। तारापुर प्रखंड प्रमुख पद पर इस खास वर्ग से नेता का चुना जाना लगभग तय माना जा रहा है।