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जाति आधारित गणना बिहार : जातियों की सूची का हो रहा मिलान, एक प्रगणक 700 लोगों की करेंगे गणना

जाति आधारित गणना बिहार पूर्णिया में जाति आधारित जनगणना को लेकर कवायद शुरू कर दी गई है। अब यहां जातियों की सूची का मिलान हो रहा है। डीएम को बनाया गया है नोडल पदाधिकारी पदाधिकारी अक्टूबर नवंबर माह में सर्वेक्षण शुरू होने की संभावना।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Published: Sun, 04 Sep 2022 07:58 AM (IST)Updated: Sun, 04 Sep 2022 07:58 AM (IST)
जाति आधारित गणना बिहार : सचिव ने वीसी के माध्यम से सांख्यिकी अधिकारी को दिया है निर्देश।

जागरण संवाददाता, पूर्णिया। जाति आधारित गणना बिहार : सरकार के एजेंडे में शामिल जातीय जनगना को लेकर कवायद शुरू हो गई है। इसके लिए जिले में प्रशासनिक तैयारी शुरू हो गई है। जल्द ही जिले में जातीय जनगणना शुरू होने की उम्मीद है। जिला सांख्यिकी पदाधिकारी अजित कुमार ने बताया कि सचिव स्तर से बीते शुक्रवार को वीसी के माध्यम से समीक्षा बैठक कर दिशा निर्देश दिया गया है। उसके आधार पर राज्य गजट में प्रकाशित जातियों की सूची का मिलान कराया जा रहा है। उन्होंने बताया कि आगमी आठ स‍ितंबर को विभागीय स्तर पर इसको लेकर विस्तार से प्रशिक्षण दिया जाएगा। जिसके बाद जातीय जनगणना की प्रक्रिया को लेकर स्थिति स्पष्ट होगी। उन्होंने बताया कि पहले प्रतिनियुक्त कर्मी को प्रशिक्षण दिया जाएगा, उसके बाद जनगणना का काम शुरू होगा। उम्मीद है अक्टूबर- नवंबर माह में विधिवत जाति आधारित जनगणना कार्य शुरू होगी।

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एक प्रगणक 700 लोगों की करेंगे गणना

राज्य में जल्द ही जाति आधारित जनगणना काा काम शुरू हो जाएगा। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पहले ही इसको लेकर स्थिति स्पष्ट कर चुके हैं। अब विभागीय स्तर पर इसकी तैयारी शुरू हो गई है। विभागीय निर्देश बाद गणना के लिए प्रगणक एवं पर्यवेक्षक की प्रतिनियुक्ति को लेकर तैयारी जारी है। इसके साथ ही जिला स्तर पर सरकारी गजट में प्रकाशित सूचियों से जिले में जातीय समूहों का मिलान करने का काम शुरू कर दिया गया है। मिली जानकारी अनुसार लोगों की गिनती वार्ड स्तर पर की जाएगी। इसके लिए पहले घरों की गिनती होगी और उसका संख्याकरण भी किया जाएगा। एक प्रगणक पर 700 लोगों की गिनती की जिम्मेवारी होगी। लोगों की गिनती से पहले गणना क्षेत्र का निर्धारण होगा।

डीएम को बनाया गया है नोडल अधिकारी

सांख्यिकी कार्यालय से मिली जानकारी अनुसार जाति आधारित जनगणना की जिम्मेवारी सामान्य प्रशासन विभाग को दी गयी है और डीएम को संबंधित जिला का नोडल पदाधिकारी बनाया गया है। इस कार्य को लेकर सामान्य प्रशासन विभाग एवं जिला पदाधिकारी ग्राम स्तर, पंचायत स्तर एवं उच्चतर स्तरों पर विभिन्न विभागों के अधीनस्थ कार्य करने वाले कर्मियों की सेवा ले सकेंगे। जातीय जनगणना कार्य के ससमय निष्पादन के लिए अपर समाहर्ता, जिला कल्याण पदाधिकारी एवं जिला सांख्यिकी पदाधिकारी को अपर प्रधान गणना पदाधिकारी बनाया गया है। शहरी क्षेत्र में नगर आयुक्त एवं कार्यपालक पदाधिकारी को नगर चार्ज एवं अपर नगर आयुक्त या सिटी मैनेजर को सहायक नगर चार्ज अधिकारी बनाया गया है। बीडीओ को प्रखंड चार्ज अधिकारी तथा सीओ को सहायक प्रखंड चार्ज अधिकारी बनाया गया है। पर्यवेक्षक प्रगणक से एक उच्च स्तर के कर्मी बनाए जाएंगे। प्रगणक के रूप में शिक्षक, कृषि समन्वयक,, मनरेगा कर्मी, रोजगार सेवक एवं विकास मित्र आदि की सेवा ली जाएगी जिनकी सहायता के लिए टोला सेवक, तालीमी मरकज, आंगनबाड़ी, जीविका कर्मी का उपयोग किया जाएगा।

आंकड़ों में नहीं होगा छेड़छाड़

जनगणना के दौरान किसी भी व्यक्ति के द्वारा दिए गए व्यक्तिगत आंकड़ों में किसी तरह के बदलाव अथवा छेड़छाड़ नहीं किया जाएगा और ना ही किसी अन्य व्यक्ति के साथ सूचना को साझा किया जाएगा। गणना कार्य के दौरान अगर कोई व्यक्ति प्रगणक को जानबूझकर गलत जानकारी देता है या अपने सर्वोत्तम ज्ञान एवं विश्वास के आधार पर जानकारी देने से इनकार करता है, तो प्रगणक इसकी जानकारी चार्ज अधिकारी को देंगे।


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