Buddha poornima 2021: टीएमबीयू की कुलपति बोलीं- भगवान बुद्ध के बताए गए सम्यक जीवन शैली को अपनाने की जरूरी
टीएमबीयू की कुलपति ने कहा कि भगवान बुद्ध के बताए गए सम्यक जीवन शैली का स्मरण और चिंतन करना चाहिए। आज बहुत आवश्यक हो गया है कि हम उनके बताए गए आदर्शों पर चलें। ये समय की मांग है।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। कोरोना काल में उचित मार्ग पर चलने की आवश्यकता है। हम करुणा, दया और सेवा से ही कोविड पर विजय पा सकते हैं। कार्य और कारण के सिद्धांत को हमें नहीं भूलना है। और यही वजह है कि यूनाइटेड नेशन ने पिछले वर्ष आज ही के दिन कहा था कि बुद्ध के ज्ञान से हम कोरोना के ऊपर विजय पा सकते हैं।
यह बातें तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) कि कुलपति प्रो. नीलिमा गुप्ता ने बुद्ध पूर्णिमा के मौके पर बुधवार को कही।कुलपति ने कहा कि वर्तमान में पूरा विश्व कोविड महामारी से जूझ रहा है। ऐसी विषम परिस्थिति से उबरने के लिए हम सभी को भगवान बुद्ध के बताए गए सम्यक जीवन शैली का स्मरण और ङ्क्षचतन करना चाहिए। आज बहुत आवश्यक हो गया है कि हम उनके बताए गए आदर्शों पर चलें। हमें संकल्प लेना चाहिए कि हमें हमेशा बुद्ध के मार्ग पर चलना चाहिए। हमें धर्म के रास्ते पर चलना चाहिए। उन्होंने लोगों से अपील की है कि इस सफर को समूह की तरह तय करें, ताकि हम इस महामारी जैसी विषम परिस्थिति का सामना आसानी से कर सकें।
कुलपति ने कहा कि भगवान बुद्ध का जीवन हर किसी के लिए बहुत ही प्रेरणादायी है। जो हमें प्रेम, शांति, सद्भाव, त्याग, अहिंसा एवं संयम जैसे गुणों को अपनाने की प्रेरणा देता है। उनका जीवन हम सभी के लिए आदर्श है। भगवान बुद्ध द्वारा बताए गए अष्टांगिक मार्ग पर चलकर मनुष्य सम्यक और संतुलित जीवन यापन करने में सक्षम हो सकता है। कुलपति ने विशेषकर छात्रों से अपील की है कि वे भगवान बुद्ध को आदर्श मानते हुए उनकी दिनचर्या से सीख लें। इससे वे सफलता के रास्ते पर आसानी से पहुंच सकते हैं।