भागलपुर में बिजली करंट की चपेट में आकर भाई-बहन की मौत
घटना उस समय घटी जब परवेज की बेटी बीबी लाडली लोहे की टंगनी पर कपड़ा सूखने के लिए दे रही थी। टंगनी में करंट था। उसे बचाने उसका भाई गया। फिर तो
भागलपुर [जेएनएन]। इशाकचक के बरहपुरा, पूरब टोला प्राणवती लेन में करंट की चपेट में आकर सगे भाई-बहनों की मौत हो गई। घटना उस समय घटी जब परवेज की शादी शुदा बेटी बीबी लाडली (20 वर्ष) लोहे की टंगनी पर कपड़ा सूखने के लिए दे रही थी। पड़ोस के घरों में बिजली के तार बिना पोल दीवार से होकर गुजरी थी। इस कारण टंगनी में करंट आ गया। भींगा कपड़ा उस पर देते ही लाडली उसकी चपेट में आ गई। वहीं उसे बचाने के लिए पहुंचे उसका भाई उमर अली (10) भी करंट की चपेट में आ गया। दोनों की मौके पर ही तड़प तड़पकर मौत हो गई।
जानकारी होते ही उसके पिता परवेज व आसपास के लोग घर पहुंचे। लेकिन दोनों की मौत हो गई थी। परवेज मूलरूप से मोजाहिदपुर के रहने वाले हैं। लेकिन वे लोग बरहपुरा में मु. फैसल के जमीन पर टीन का शेड बनाकर रहते हैं। वे इशाकचक में ही एक बगीचे में दरबान का काम करते हैं। दोनों के मौत के बाद लोगों ने पहले उसे दफनाने की प्रकिया शुरू कर दी। लेकिन जब उन लोगों को पता चला कि बगैर पोस्टमार्टम के मुआवजा नहीं मिलेगा तो वे लोग पोस्टमार्टम के लिए तैयार हुए। इसके बाद मौके पर पहुंचे इशाकचक इंस्पेक्टर संजय कुमार सुधांशू दल बल के साथ पहुंचे। इसके बाद जरूरी प्रक्रिया के बाद शव पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
परवेज की बेटी शादी शुदा है। उसकी शादी जगदीशपुर के पुरैनी निवासी मु. फैयाज के साथ 2016 में हुई थी। उसके एक साल की बेटी नेहा भी है। फैयाज गुजरात में रहकर कमाता है। पिता के मुताबिक उसके पति की बेटी से कुछ दिनों से नहीं बनती थी। लाडली बुधवार को ही अपनी बहन के घर दिल्ली से भागलपुर लौटी थी। कुछ दिनों पहले वह दिल्ली गई थी। परवेज के मुताबिक उसे दो बेटे और चार बेटियां है। उमर अली और लाडली की मौत से पूरा परिवार सदमे हैं। वे लोग दहाड़ मारकर रो रहे थे।
मोहल्ले में काट दिए गए बिना पोल के बिजली तार
बरहपुरा में उमर अली और बीबी लाडली की मौत के बाद वहां के लोग काफी आक्रोशित हो गए। उन लोगों ने मु. फैसल के दीवार से गुजरने वाले सारे बिना पोल के बिजली तार को काट दिया। उन लोगों का आरोप था कि बिजली विभाग को कई बार उन लोगों ने पोल के लिए कहा था। लेकिन उन लोगों ने इस पर कोई ध्यान नहीं दिया। यहीं नहीं जिन लोगों के कनेक्शन दीवार से गुजरे थे। उन लोगों को लेकर भी वहां के मोहल्ले में काफी आक्रोश था। उनका कहना था कि अपने फायदे के चक्कर में दो मासूमों की मौत हुई है।
पेड़ में बंधी रहती टंगनी तो बच सकती थी दोनों जानें
वहां मौजूद लोगों के मुताबिक फैसल के घर में दो कपड़ा सुखाने के लिए टंगनी थी। एक लोहे की टंगनी पेड़ से बांधी गई थी। जबकि दूसरी लोहे की टंगनी दीवार के उपर घेराबंदी किए हुए कंटीले तारों से बंधी थी। इस कारण दीवार से गुजरे बिजली के नंगे तारों के कारण करंट उसमें दौड़ गई। जिस वजह से गीला कपड़ा सूखने के लिए देते ही लाडली करंट की चपेट में आ गई। वहीं कुछ लोगों के मुताबिक फैसल ने लोहे की टंगनी को पेड़ खराब होने के डर से उसमें बांधने से मना किया था। इस कारण लोहे की टंगनी कंटीले तारों से जोड़ दी गई थी।