कोसी नदी पर सेतु निर्माण के लिए भू-अर्जन में लाएं तेजी, प्रधानसचिव ने भेजा डीएम को पञ
सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने एनएच-106 में फुलौत से कोसी नदी के ऊपर फोरलेन के निर्माण के साथ किलोमीटर 106 से किलोमीटर 136 में उन्नयन कार्य की प्रशासनिक स्वीकृति दे दी है।
भागलपुर (जेएनएन)। कोसी नदी पर फोर लेन सेतु के निर्माण में भू-अर्जन की प्रक्रिया अब तक प्रारंभ नहीं हुई है। पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव अमृत लाल मीणा ने भागलपुर, मधेपुरा और सुपौल के डीएम को पत्र लिखकर भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया में तेजी लाने का निर्देश दिया है।
पथ निर्माण विभाग के प्रधान सचिव ने इन जिलों के डीएम को भू-अर्जन की प्रक्रिया को तेज करते हुए इसमें वन विभाग की आपत्तियों को दूर करने का निर्देश दिया है। पथ निर्माण विभाग की पहल से अब कोसी नदी पर एनएच-106 में जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया में तेजी आने की उम्मीद है। प्रधान सचिव ने कहा है कि सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने एनएच-106 में फुलौत से कोसी नदी के ऊपर फोरलेन के निर्माण के साथ किलोमीटर 106 से किलोमीटर 136 (उदाकिशुनगंज-बिहपुर खंड) में उन्नयन कार्य की प्रशासनिक स्वीकृति दे दी है।
प्रशासनिक स्वीकृति की शर्त के अनुसार आवश्यक भूमि अधिग्रहण प्रस्ताव पर 3 कैपिटल जी घोषित होने के उपरांत दस दिनों के अंदर इस कार्य का टेंडर होना है। इस कार्य के लिए आवश्यक अर्जित की जाने वाली भूमि 41.7941 हेक्टेयर में से 20.7394 हेक्टेयर भागलपुर जिले में पड़ता है जिसका 3 कैपिटल ए का प्रस्ताव मंत्रालय को समर्पित है। इसलिए तत्परता से कार्रवाई कर 3 कैपिटल जी की प्रक्रिया पूर्ण करने के साथ ही वन भूमि उपयोग हेतु आवश्यक कार्रवाई की जाए।
मालूम हो कि इस परियोजना को गति देने के लिए पूर्व केंद्रीय मंत्री शाहनवाज हुसैन पथ निर्माण मंत्री और केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से पहल करने का अनुरोध कर चुके हैं। हुसैन ने कहा है कि सेतु सह सड़क निर्माण होने से पूर्व बिहार का कोसी के जिले से सीधा संपर्क हो जाएगा।