देश में चल रही है अवसरवाद की राजनीति : डॉ. विजय
भागलपुर। देश में अवसरवाद की राजनीति चल रही है। वर्तमान समय में राजनीतिक दलों का उद्देश्य सिर्फ सत्ता
भागलपुर। देश में अवसरवाद की राजनीति चल रही है। वर्तमान समय में राजनीतिक दलों का उद्देश्य सिर्फ सत्ता हासिल करना रह गया है। दलों को जनता, राज्य और देश से कोई मतलब नहीं रह गया है। कुर्सी हासिल करने के लिए देश में बेमेल गठबंधन हो रहे हैं। इसका भविष्य की राजनीति में अच्छा असर नहीं पड़ने वाला है।
उक्त बातें स्नातकोत्तर राजनीति शास्त्र विभाग के अध्यक्ष डॉ. विजय कुमार ने कही। वे सोमवार को दैनिक जागरण कार्यालय में 'खंडित जनादेश में कैसे बने सरकार' विषय पर आयोजित बौद्धिक परिचर्चा में बोल रहे थे।
इसके पूर्व, डॉ. कुमार का स्वागत संपादकीय प्रभारी संयम कुमार ने किया।
विषय वस्तु पर बोलते हुए डॉ. कुमार ने कहा कि देश के सभी दलों में सत्ता हासिल करने और सत्ता में बने रहने की होड़ चल रही है। कर्नाटक मामले को ले कहा कि वहां एक खास दल को सत्ता से बाहर रखने के लिए अलग-अलग सिद्धांतों के दो दलों ने गठबंधन किया। गठबंधन मजबूरी में बनता है। क्षेत्रीय दलों की स्थिति देश में अच्छी नहीं है। बड़े दलों के बहुमत हासिल करने से क्षेत्रीय दलों के अस्तित्व पर धीरे-धीरे संकट के बादल मंडराने लगे हैं। कई राज्यों में क्षेत्रीय दल कमजोर हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि कर्नाटक में शपथ ग्रहण समारोह में कई छोटे दलों के नेता एक मंच पर मिले। उन्होंने अगला चुनाव एक फ्रंट पर लड़ने का मन बनाया है। लेकिन सवाल उठता है कि गठबंधन का नेता कौन होगा? क्षेत्रीय दलों में कई नेताओं का कद बड़ा है। ऐसी स्थिति में नेता के चयन में समस्या आ सकती है। डॉ. विजय ने कहा कि विपक्षी दलों में नेतृत्व का संकट है। यह कोई नहीं सोचता कि संसद या विधानमंडल कैसे चलेगा।
क्षेत्रीय दलों का मकसद सिर्फ सत्ता प्राप्त करना रह गया है। उनका मानना है कि विपक्षी एकता भी अवसरवादी राजनीति का भाग है। दल-बदल कानून बन चुका है लेकिन इसकी प्रवृत्ति नहीं बदली है। नेता करोड़पति और अरबपति हो रहे हैं। ये न जनता के प्रति उत्तरदायी हैं और न ही पार्टी के प्रति।