Bhagalpur Bihar News: मायागंज अस्पताल के बाथरूम में मिली हड्डी रोग विभाग के लापता ड्रेसर की लाश
Bhagalpur Bihar News भागलपुर के मायागंज अस्पताल के बाथरूम में लापता हड्डी रोग विभाग के ड्रेसर की लाश बरामद की गई है। इस मामले के बाद से अस्पताल परिसर में हड़कंप मच गया है। मौके पर पुलिस बल पूछताछ कर रहा है।
जागरण संवाददाता, भागलपुर : जिले के मायागंज अस्पताल के पेइंग वार्ड के बाथरूम में युवक की लाश मिलने से हड़कंप मच गया। आनन-फानन में स्वास्थ्य विभाग के कई अधिकारी मौके पर पहुंचे। वहीं सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने पूछताछ शुरू की। मृत मिले युवक की पहचान राजेश पांडेय के रूप में हुई है। राजेश अस्पताल के हड्डी रोग विभाग का ड्रेसर था। जानकारी मुताबिक वो तीन दिनों से लापता था।
- - 26 सितंबर से लापता था कहलगांव के सनोखर थानाक्षेत्र के धुआवे गांव निवासी राजेश कुमार पांडेय
- शव के समीप निडिल्स, मोबाइल आदि बरामद, पत्नी से टूट गया था रिश्ता, तब से नशे का था लती
जवाहरलाल नेहरू अस्पताल के आपातकालीन कक्ष के बाथरूम से संदेहास्पद स्थिति में अस्पताल के ड्रेसर राजेश कुमार पांडेय का शव बुधवार की दोपहर बरामद किया गया है। बाथरूम से दुर्गंध निकलने पर अस्पताल कर्मियों ने बरारी कैंप थाने को सूचना दी। बाथरूम के दरवाजे के लाक तोड़ने पर अंदर शव नीचे औंधे मुंह मिला। बरारी थानाध्यक्ष संजय सत्यार्थी ने घटना की तत्काल जानकारी एसएसपी बाबूराम समेत अन्य अधिकारियों को दे शव को बाहर निकलवाया। शव में सड़ने के कारण उससे रिगर मोटिश बाहर आने लगी थी। शव का पंचनामा कर पुलिस पोस्टमार्टम के लिए भेजने की कवायद शुरू कर दी है।
जवाहरलाल नेहरू अस्पताल में ड्रेसर पद पर कार्यरत राजेश धुआवे स्थित घर से ही जवाहरलाल नेहरू अस्पताल रोज आवाजाही कर ड्यूटी करता था। 26 को वह घर से जब अस्पताल के लिए निकला तो मां ने उसे इशबगोल की भूसी एक पैकेट लाने को कहा था। मां शाम को उसके आने का इंतजार करती रही लेकिन राजेश नहीं लौटा। पिता श्रीनिवास पांडेय ने 26 सितंबर को उसके मोबाइल नम्बर बताते हुए एक अर्जी बरारी थाने को देते हुए उसके मिसिंग की शिकायत दर्ज कराई थी।
कमरे से निकले जाने पर किसी स्टाफ ने भी राजेश की पहचान करने में सफलता नहीं पाई। थानाध्यक्ष सत्यार्थी ने मिसिंग की रिपोर्ट दर्ज कराने वाले श्रीनिवास पांडेय को शंका के आधार पर बुलाया तो दुर्गंध के कारण डोर दे देख यही कहा कि वह उनका बेटा नहीं है। कमरे में बरामद उसके मोबाइल का स्विच आफ होने के कारण पहचान में कठिनाई हुई। मोबाइल के चार्ज कराते ही पूर्व से मिसिंग रिपोर्ट होने के कारण उसका मोबाइल नम्बर सर्विलांस पर लगा रखा था। मोबाइल आन होते ही लोकेशन का पता लग गया। तब पिता को फिर नजदीक से शव दिखाया गया। शव की पहचान राजेश कुमार पांडेय के रूप में ही हो गई।
हत्या-आत्महत्या बिंदु पर तफ्तीश कर रही है पुलिस
बरारी थानाध्यक्ष संजय सत्यार्थी ने शव के पंचनामा बाद मामले में हत्या-आत्महत्या बिंदु पर तफ्तीश शुरू कर दी गई है। घटनास्थल बाथरूम की जांच के लिए फारेंसिक जांच दल को बुलाया गया। कमरे से नमूने इकठ्ठा कर साथ ले गई है। स्वजनों ने सवाल उठाया कि तीन दिनों से बाथरूम अंदर से बंद रहा और अस्पताल प्रबंधन या कर्मी क्या कर रहे थे। स्वजनों ने हत्या कर दिए जाने की संभावना से भी इनकार नहीं किया है। पुलिस हत्या-आत्महत्या बिंदु पर जांच कर रही है। थानाध्यक्ष ने कहा कि सही तस्वीर पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने के बाद साफ हो सकेगी।
पत्नी टूटा नाता-हुआ नशे का लती
राजेश का पारिवारिक जीवन तनाव और अवसाद वाला हो गया था। शादी के कम समय के अंतराल में पत्नी से कतिपय कारणों से नाता टूट गया था। उसके बाद से वह तनाव में रहता था। नशे का लती हो गया था। थानाध्यक्ष की माने तो वह नशे की सूई भी लेता था। घटनास्थल पर निडिल्स भी बरामद हुई है। अस्पताल परिसर में की कर्मियों ने बताया कि वह स्मैक भी लिया करता था।
सीसी कैमरे का कर रही अवलोकन
अस्पताल के आंतरिक कक्ष में लगे सीसी कैमरे का पुलिस अवलोकन कर रही है। जिससे उसके बाथरूम तक जाने समेत अन्य सवालों का जवाब हासिल हो सके।
83 मिस्ड काल
राजेश के मोबाइल पर 83 काल आए थे। एक काल भी रिसीव नहीं हुआ था। जिससे पुलिस यह कयास लगा रही है कि उसकी तब मौत हो चुकी होगी।