Mission 2019 : असंतुष्ट और निष्कासित कार्यकर्ताओं को समटने में जुटी भाजपा
प्रदेश नेतृत्व ने भागलपुर में करीब नौ कार्यकर्ताओं को छह वर्षों के लिए पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया था। जिलाध्यक्ष ने कहा कि पार्टी में पुराने कार्यकर्ताओं की वापसी की गई।
भागलपुर [राम प्रकाश गुप्ता]। भाजपा ने लोकसभा चुनाव में अपनी मजबूत उपस्थिति दर्ज कराने की तैयारी कर ली है। पार्टी ने अपने कुनबे को समेटने के लिए प्रयास तेज कर दिया है। हालांकि बड़ी पार्टी होने के कारण भाजपा गुटबाजी से अलग नहीं रह सकती है। जिन लोगों को पार्टी में शामिल किया गया है उनके विरोधी खेमे में प्रदेश नेतृत्व के प्रति नाराजगी है। मालूम हो कि 2015 के विधानसभा चुनाव में पार्टी विरोधी हरकत के कारण प्रदेश नेतृत्व ने भागलपुर में करीब नौ कार्यकर्ताओं को छह वर्षों के लिए पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया था। पार्टी से निकाले गए कार्यकर्ताओं में पूर्व नगर अध्यक्ष विजय साह भी थे, जो भाजपा के अधिकृत उम्मीदवार के खिलाफ चुनाव लड़ गए थे। उन्हें 15 हजार 212 मत प्राप्त हुए थे। उनके साथ रहे या विजय को सहयोग करने वालों के खिलाफ भी अनुशासनिक कार्रवाई हुई थी।
चुनाव से पहले ही करीब नौ कार्यकर्ताओं को पार्टी से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया था। पार्टी से पुराने कार्यकर्ताओं को निकालने में भाजपा प्रत्याशी के सहयोगियों ने प्रदेश नेतृत्व को रिपोर्ट भी किया था। हालांकि जिस गुट ने पार्टी से बाहर निकालने की अनुशंसा भागलपुर से पटना तक की थी, अब उसके दांव भी उलटे पडऩे लगे हैं। प्रदेश नेतृत्व ने साल भर पूर्व सात और अभी दो का निलंबन वापस ले लिया है।
पहले की सूची में पार्टी में योगेश पांडेय, विष्णु शर्मा, पवन गुप्ता, राजकिशोर सिंह जैसे चर्चित नाम थे। भाजपा के जिला अध्यक्ष रोहित पांडेय का कहना है कि निश्चित तौर पर पुराने कार्यकर्ताओं को वापस लाने से पार्टी को लाभ मिलेगा। रोहित ने कहा कि पार्टी से निकलने के बाद भी ऐसे नेता किसी दूसरे किसी दल में शामिल नहीं हुए। इनकी गतिविधियां पार्टी विरोधी नहीं रही। इनके द्वारा प्रदेश नेतृत्व को यह कहा गया था कि आवेश में आकर पार्टी के अनुशासन के विरुद्ध कदम उठाया गया था। जिला अध्यक्ष ने कहा कि पार्टी से निकाले गए सभी वापस आना चाहते थे। इसी मंशा से अनुशासन समिति ने इनके आवेदनों पर विचार किया था।
भाजपा जिलाध्यक्ष रोहित पांडेय ने कहा कि पार्टी में पुराने और अनुभवी कार्यकर्ताओं की वापसी से भाजपा मजबूत होगी। पार्टी में गुटबाजी समाप्त होगी। जिसका फायदा लोकसभा चुनाव में मिलेगा।
भाजपा में विजय व घनश्याम का निलंबन वापस
भागलपुर अनुशासन समिति के सदस्य वीरेंद्र यादव ने भाजपा के बागी पूर्व नगर अध्यक्ष विजय साह का निलंबन वापस लेते हुए फिर से भाजपा में शामिल करने का निर्देश दिया है। बुधवार को भाजपा कार्यालय में हुई बैठक के बाद यह निर्णय लिया गया है। विजय के साथ विधानसभा में उनके चुनाव अभिकर्ता रहे धनश्याम पाल को भी वापस ले लिया गया है। वीरेंद्र ने बताया कि जिला कमेटी के सदस्यों के साथ विचार विमर्श के बाद ये फैसला लिया गया है। बैठक में हरिवंश सिंह, नभय कुमार चौधरी, नरेश चंद्र मिश्र व जिलाध्यक्ष रोहित पांडेय भी थे। उन्होंने बताया कि इस निर्णय की जानकारी प्रदेश अध्यक्ष नित्यानंद राय और अनुशासन समिति के अध्यक्ष अमरेंद्र प्रताप सिंह को दी गई है।