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नीति आयोग की रिपोर्ट पर गर्मा उठी बिहार की राजनीति, युवा RJD ने साधा निशाना, कहा- रसातल में पहुंच गया प्रदेश

Bihar Politics गुरुवार को जारी हुई नीति आयोग की रिपोर्ट के मुताबिक बिहार में औसत से बेहद कम मात्र 6 बेड स्वास्थ्य सेवाओं द्वारा मुहैया कराए जा रहे हैं। इसके बाद से बिहार की राजनीति गर्मा उठी है। युवा राजद ने भी सरकार पर निशाना साधा है।

By Shivam BajpaiEdited By: Published: Fri, 01 Oct 2021 06:54 PM (IST)Updated: Fri, 01 Oct 2021 06:54 PM (IST)
नीति आयोग की रिपोर्ट पर गर्मा उठी बिहार की राजनीति, युवा RJD ने साधा निशाना, कहा- रसातल में पहुंच गया प्रदेश
युवा राजद प्रवक्ता अरुण यादव ने साधा निशाना।

आनलाइन डेस्क, भागलपुर। बिहार की स्वास्थ्य व्यवस्था (Health System Of Bihar) को लेकर नीति आयोग की जारी रिपोर्ट (NITI Aayog report) से बिहार की राजनीति (Bihar Politics) गर्मा उठी है। नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने जहां सीएम नीतीश कुमार को बधाई देते हुए तंज कसा, तो वहीं अब पार्टी प्रवक्ताओं ने सरकार को घेरना शुरू कर दिया है। भागलपुर से पार्टी नेता सह युवा राजद के प्रदेश प्रवक्ता और मीडिया प्रभारी और अरुण कुमार यादव ने आक्रोश व्यक्त किया है।

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अरुण यादव ने कहा कि बिहार में 15 वर्षों से नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए की सरकार है। फिर भी नीति आयोग के रिपोर्ट के अनुसार 1 लाख की आबादी पर बिहार के जिला अस्पतालों में मात्र 6 बेड हैं, जबकि देश के मानक अनुसार 24 बेड होने चाहिए। जिला अस्पतालों में बेड मामलों में भी देश में बिहार सबसे निचले पायदान पर क्यों है? इसके लिए दोषी कौन है? सीएम नीतीश को जवाब देना चाहिए।

(फोटो- अरुण यादव, युवा राजद प्रदेश प्रवक्ता) 

युवा राजद प्रवक्ता ने प्रेस रिलीज जारी करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सत्तालोलुप नीतियों ने बिहार को रसातल में पहुंचा दिया। जिसके कारण स्वास्थ्य व्यवस्था, शिक्षा व्यवस्था, कानून व्यवस्था से लेकर तमाम जनसरोकारी व्यवस्था पर सरकार फिसड्डी साबित हुई है। नीतीश सरकार का विकास सिर्फ कागजों पर दिखता है। जमीन पर कुछ नहीं। जिसके चलते विकास के मामले में नीति आयोग के रिपोर्ट के अनुसार हर क्षेत्रों में अन्य राज्यों से बिहार पीछे है।

नीति आयोग की रिपोर्ट

  • गुरूवार को नीति आयोग की रिपोर्ट आई।
  • इस रिपोर्ट को स्वास्थ्य परिवार कल्याण मंत्रालय और डब्ल्यूएचओ इंडिया ने मिलकर तैयार किया है।
  • रिपोर्ट के मुताबिक भारत में जिला अस्पतालों में प्रति एक लाख आबादी पर औसतन 24 बेड है।
  • इसमें पुडुचेरी में जिला अस्पतालों में सबसे ज्यादा औसतन 222 बिस्तरें उपलब्ध है।
  • जबकि बिहार में यह आंकड़ा मात्र 6 बेड का है। बस इसी को लेकर विपक्ष सत्ता पर हावी है।

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