Bihar Panchayat Chunav 2021 : इन 11 तीज-त्योहारों के बीच मनाया जाएगा लोकतंत्र का पर्व, मुंगेर में अभी से उत्साह
Bihar Panchayat Chunav 2021 की रणभेरी बज चुकी है। तारीखों का ऐलान भी हो चुका है। इसबार त्योहारों के बीच लोकतंत्र का पर्व मनाया जाएगा। मुंगेर में इसको लेकर उत्साह का माहौल है। मुंगेर में नौ चरणों में मतदान होना है।
त्रिभुवन चौधरी, हेमजापुर (मुंगेर)। Bihar Panchayat Chunav 2021 : मुंगेर में त्रिस्तरीय पंचायती चुनाव की रणभेरी बज गई है। यहां सितंबर से नवंबर माह तक नौ चरणों में चुनाव होगा। इस बार पंचायती चुनाव का नजारा भी कुछ अलग होगा। चुनाव के दौरान बहुत सारा पर्व-त्योहार भी साथ-साथ कदमताल मिलाकर चल रहा है। चुनाव के दौरान पर्व-त्योहार मतदाताओं को उल्लासित और आह्लादित करता रहेगा। दुर्गापूजा, दीपावली, करवा चौथ और लोक आस्था का महापर्व छठ जैसे कई पर्व-त्योहार भी सितंबर से लेकर नवंबर माह के बीच ही है। चारों ओर उमंग और उल्लास होने से मतदाता अवसाद रहित होकर ऊर्जावान और बेहतर जनप्रतिनिधि का चयन कर सकेंगे। पर्व-त्योहार और पंचायत चुनाव साथ-साथ पड़ने से मतदाताओं में अभी से ही रोमांचित हैं।
गणेश चतुर्थी के शुभ दिन से होगा शुभारंभ
24 सितंबर यानी संकष्टी गणेश चतुर्थी के शुभ दिन से जिले में पंचायत चुनाव का शुभारंभ होगा। 24 को तारापुर प्रखंड में पहले चरण का चुनाव है, इस अवधि में एक दर्जन प्रमुख पर्व-त्योहार भी है। विश्लेषकों की मानें तो चुनाव के दौरान पड़ने वाले पर्व त्योहार से मतदाताओं में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होगा। ऐसे में सकारात्मक ऊर्जा से ओतप्रोत मतदाता अपने पंचायत के विकास के लिए ऊर्जावान और बेहतर जनप्रतिनिधि का चयन कर सकेंगे।
नौ चरणों जिले में होंगे पंचायत चुनाव
मुंगेर जिले में पंचायती चुनाव की कवायद तेज हो गई है। 24 सितंबर को पहले चरण का मतदान होगा। 29 सितंबर दूसरे चरण का, आठ अक्टूबर तीसरे चरण का, 20 अक्टूबर चौथा चरण, 24 अक्टूबर पांचवा चरण, तीन नवंबर को छठे चरण, 15 नवंबर को सातवें चरण का, 24 नवंबर आठवें व 29 नवंबर को नौवें चरण का मतदान होगा।
सितंबर से नवंबर तक महत्पूर्ण पर्व-त्योहार
हिंदू पंचांग के मुताबिक निम्न तिथियों में पड़ने वाले व्रत, पर्व एवं त्योहार
- -24 सितंबर - संकष्टी गणेश चतुर्थी व्रत
- -29 सितंबर जीवित पुत्रिका व्रत (जिउतिया)
- -02 अक्टूबर महात्मा गांधी जयंती
- -07 अक्टूबर शारदीय नवरात्र आरंभ
- -15 अक्टूबर विजयादशमी (दशहरा)
- -24 अक्टूबर करवा चौथ व्रत
- -04 नवंबर दीपावली
- -06 नवंबर भैया दूज
- -10 नवंबर महापर्व छठ
- -15 नवंबर तुलसी विवाह
- -19 नवंबर गुरु नानक जयंती
पंडित सह पूर्व सरपंच मनोज मिश्र ने कहा कि पंचायत चुनाव और प्रमुख पर्व-त्योहार भी साथ साथ है। मतदाताओं में जहां एक और अवसाद की जगह उल्लास का माहौल बना रहेगा। वहीं, हर जगह सकारात्मक ऊर्जा का संचार होने मतदाता अपना बेहतर जनप्रतिनिधि चुन सकेंगे।