Bihar Govt Formation : सन ऑफ मल्लाह को मिली कैबिनेट में जगह, जानें... कौन हैं मुकेश सहनी
बिहार सरकार में इस बार मुकेश सहनी भी मंत्री बने। वे विकासशील इंसान पार्टी के सु्प्रीमो हैं। सन ऑफ मल्लाह के नाम से जाने जाने वाले इस व्यक्ति का अपना वोट बैंक है। इसी कारण एनडीए ने इनको अपने में शामिल किया।
सहरसा, जेएनएन। सन ऑफ मल्लाह के नाम विख्यात मुकेश सहनी दरभंगा जिले के आशा सुपौल के रहने वाले हैं। 19 साल की उम्र में वे घर से भागकर मुंबई गए थे। शुरुआत में उन्होंने एक कॉस्मेटिक स्टोर में सेल्समैन की नौकरी की। इसके बाद अचानक से देवदास फिल्म के सेट पर उन्हें काम करने का मौका मिला। यहीं से उनके जीवन ने करवट ली थी। इसके बाद उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा। यहां से उन्होंने फिल्मों के सेट बनाने का काम लेना शुरू किया और देखते ही देखते कामयाबी उनके कदम चूमने लगी। जब व्यवसाय में खूब तरक्की मिली तो राजनीति की तरफ उनका ध्यान गया। इसके बाद बिहार के अखबारों में सन आफ मल्लाह के नाम से उन्होंने विज्ञापन देना शुरू किया, लोगों के बीच चर्चा शुरू हो गयी।
2018 में बनायी पार्टी
वर्ष 2015 के चुनाव में भाजपा का इन्होंने प्रचार किया, लेकिन भाजपा से उनकी बनी नहीं। इसके बाद 2018 में राजधानी पटना में एक विशाल रैली आयोजित कर अपनी पार्टी बनाने की घोषणा की। इसके बाद विकासशील इंसान पार्टी का गठन किया और सियासत में कूद गये।
2019 में हार गए चुनाव
2019 में हुए लोकसभा चुनाव में खगड़िया संसदीय सीट से वो यूपीए के उम्मीदवार बने, लेकिन लोजपा की टिकट पर मैदान में उतरे एनडीए प्रत्याशी चौधरी महबूब अली कैसर ने उन्हें परास्त कर दिया। इधर मधेपुरा सीट संसदीय सीट से दिनेशचंद्र यादव भी जदयू की टिकट पर चुनाव जीत गए और सिमरी बख्तियारपुर विधानसभा सीट खाली हो गयी।
सिमरी बख्तियारपुर उपचुनाव में चर्चा में आयी पार्टी
सिमरी बख्तियारपुर सीट पर हुए उपचुनाव में वीआईपी ने दिनेश निषाद को चुनाव लड़ाया। यहां वीआईपी प्रत्याशी ने पच्चीस हजार से अधिक मत प्राप्त किया और इससे जदयू प्रत्याशी की हार और राजद के जफर आलम की जीत हो गयी। इस चुनाव में वीआईपी की खूब चर्चा सूबे में हुई।
दो भाइयों में बड़े हैं मुकेश
मुकेश सहनी दो भाइयों में बड़े हैं। छोटा भाई संतोष सहनी मुंबई में फैले इनके कारोबार की देखरेख के साथ ही राजनीति में पर्दे के पीछे से इन्हें ताकत देते हैं। 2020 में सिमरी बख्तियारपुर विधनसभा चुनाव में मुकेश सहनी के कोरोना पॉजिटिव होने के बाद इनके छोटे भाई संतोष सहनी ने पूरा प्रचार तंत्र संभाला था।