पूर्णिया के नामचीन डाक्टर सोमनाथ चटर्जी की मौत, डस्टबीन और मोबाइल खोलेगा हत्या या सुसाइड का राज
Bihar Crime पूर्णिया के नामचीन डाक्टर सोमनाथ चटर्जी का निधन हो गया। मंगलवार की सुबह कमरे में उनका शव मिला। हालांकि उनकी मौत को लेकर तरह तरह की बातें कही जा रही है। रात दो बजे वह अस्पताल से लौटे थे।
जागरण संवाददाता, पूर्णिया। पूर्णिया के मैक्स सेवेन हास्पीटल के सीनियर कार्डियोलॉजिस्ट डा. सोमनाथ मुखर्जी मंगलवार की अल सुबह हास्पीटल के चिकित्सक कक्ष में मृत पाए गए। चिकित्सक ने लगभग दो बजे तक डयूटी की थी और अल सुबह उनके नहीं रहने की भनक मौजूद सहकर्मियों को लगी। डा. मुखर्जी मूल रुप से रामपुर हाट, कोलकाता के रहने वाले थे और लंबे समय से इस अस्पताल में कार्यरत थी। एक कुशल चिकित्सक के रुप में शहर में उनकी पहचान थी।
इधर घटना की सूचना मिलते ही खजांची हाट के प्रभारी थानाध्यक्ष सुभाष मंडल के साथ-साथ सदर एसडीपीओ सुरेंद्र कुमार सरोज भी अस्पताल पहुंच मामले की जांच-पड़ताल की। जिस कक्ष में चिकित्सक मृत पाए गए थे, उस कक्ष के डस्टबीन से पुलिस ने एनीथीसिया के इंजेक्शन का खाली पाकेट व पोटेशियम क्लोराइट की दवा का खाली पाकेट बरामद किया है। डा. चटर्जी गत तीन दिनों से अस्वस्थ व असहज महसूस कर रहे थे और लगातार दवा व इंजेक्शन भी ले रहे थे। उनके हाथ में नस में सूई देने के लिए
सदर एसडीपीओ ने बताया कि आरंभिक पूछताछ व जांच में यह बात सामने आई है कि डा. मुखर्जी पारिवारिक या फिर अन्य कारणों से काफी तनाव में थे। एक साल पूर्व उनकी शादी हुई थी। सोमवार की रात भी वे पूरी तरह असहज थे लेकिन रात के दो बजे तक उन्होंने मरीज को देखा है। इससे पूर्व वे कुछ दवा भी मंगाकर खाया था। इस बीच में मोबाइल पर लंबे समय तक परिवार के किसी सदस्य से तीखी नोंक की बात भी सामने आ रही है। फिलहाल पुलिस ने चिकित्सक का मोबाइल भी जब्त कर लिया है। साथ ही पूरी काल डिटेल भी खंगाली जा रही है। पुलिस को पोस्टमार्टम रिर्पोट का भी इंतजार है।
आरंभिक जांच में चिकित्सक द्वारा खुदकुशी की बात सामने आ रही है। चिकित्सक कक्ष के डस्टबीन से एनीथिसिया की सूई के खाली पैकेट व पोटेशियम क्लोराइट का खाली रेपर भी मिला था। तीन दिनों से चिकित्सक के काफी तनाव में रहने की बात सामने आई है। चिकित्सक का मोबाइल भी जब्त किया गया है। स्वजनों से भी पूछताछ की गई है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट से भी बहुत कुछ साफ हो पाएगा। पुलिस की जांच अभी जारी है। -एस के सरोज, एसडीपीओ, सदर।