बिहार के सहरसा में शौचालय की टंकी के निर्माण के दौरान बड़ा हादसा, तीन मजदूरों की मौत
सहरसा में बुधवार की सुबह दर्दनाक हादसे में तीन मजदूरों की मौत हो गई। घटना शहर की है। स्थानीय लोगों की मदद से तीनों के शवों को टंकी से बाहर निकाला गया। इस दौरान स्थानीय लोगों की भीड़ वहां जुट गई।
जागरण संवाददाता, सहरसा। शहर के पंचवटी चौक के समीप एक घर में बने शौचालय की टंकी का सेटरिंग खोलने के दौरान दम घुटने से तीन मजदूर की मौत हो गई। तीनों शव को पुलिस ने पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।
जानकारी के अनुसार पंचवटी चौक निवासी कुंदन यादव के यहां बने शौचालय की टंकी का सेटरिंग खोलने के लिए मजदूर टंकी के अंदर बारी-बारी से घुस रहे थे। तीन मजदूर के अंदर जाने के बाद जब मजदूर बाहर नहीं निकले तो बाहर अन्य मजदूरों को शक हुआ तो दूसरे मजदूर रोशनी लेकर अंदर गये तो तीनों नीचे करीब डेढ़ फीट लगे पानी में बेहोश पड़ा हुआ था। जिसके बाद तीनों मजदूरों को निकाला गया। सभी के मुंह व नाक से झाग निकलते देख लोग आनन-फानन में स्वराज हास्पिटल ले गये जहां चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया।
सूचना मिलते ही प्रशिक्षु डीएसपी निशिकांत भारती, अपर थानाध्यक्ष राजमणि व अंचल अधिकारी लक्ष्मण प्रसाद पहुंचे और अन्य मजदूरों से बातचीत कर घटना की जानकारी ली। मजदूरों ने बताया कि टंकी के अंदर सबसे पहले गंगजला वार्ड नंबर 35 के सिको उर्फ सिकेंद्र दास (35), उसके बाद बिहरा थाना क्षेत्र के मुरबला निवासी शंकर शर्मा एवं सोनू कुमार घुसे लेकिन तीनों बाहर नहीं निकले। तीनों की मौत हो गयी। सीओ ने बताया कि मजदूरों के शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया गया है। मजदूरों को आपदा मद से मुआवजा दिलाने हेतु प्रयास किया जा रहा है। पूरी जानकारी से जिलाधिकारी को अवगत करा दिया गया है। मजदूरों की मौत पर हास्पिटल में लोगों की भीड़ जुट रही। एक मजदूर के स्वजन भी पहुंचे थे जिनका रो-रोकर बुरा हाल था। स्वराज हास्पिटल के निदेशक डा. ओमप्रकाश ने बताया कि मौत की वजह प्रथम द्रष्टया दम घुटना माना जा रहा है। वैसे, पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद ही वजह पूरी तरह स्पष्ट हो पाएगा।