भोलानाथ फ्लाईओवर : आपत्ति जताते हुए मुख्यालय से लौटा दी गई थी डीपीआर, फिर भेजा
Bholanath Flyover भागलपुर में भोलानाथ फ्लारओवर नहीं बनाने का कारण शहर के दक्षिणी इलाके को जोड़ने वाला मार्ग अवरूद्ध है। बार-बार कुछ ना कुछ ग्रहण लग जाता है।
भागलपुर, जेएनएन। पुल निर्माण निगम ने प्रस्तावित भोलानाथ फ्लाईओवर की डीपीआर में सुधार कर मुख्यालय भेज दिया। रेलवे भोलानाथ पुल के ऊपर फ्लाईओवर की बनी डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) पुल निर्माण निगम द्वारा स्वीकृति के लिए मुख्यालय भेजा गया था। डीपीआर में एसएम कॉलेज-मिरजानहाट सड़क के तीसरे किलोमीटर पर रेलवे ब्रिज संख्या 152 के स्थान पर प्रस्तावित नए आरओबी बनना है। प्राक्कलन में मिरजानहाट में फ्लाईओवर बनने की बात कही गई थी, लेकिन डीपीआर को पथ निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के मुख्य अभियंता सह एडिशनल कमीश्नर ने आपत्ति जताते हुए इसमें सुधार करने की बात कह पुल निर्माण निगम, भागलपुर को लौटा दिया था। पुल निर्माण निगम, भागलपुर के वरीय परियोजना अभियंता से पूछा गया कि इस योजना की उपयोगिता क्या है, कौन एजेंसी आरओबी बनाएगी, योजना पूरी करने में कितना समय लगेगा और कहां से कहां तक बनेगा।
पुल निर्माण निगम के अधिकारियों ने बताया कि प्राक्कलन में सुधार कर मुख्य अभियंता सह एडिशनल कमीश्नर को भेज दिया गया है। सुधार कर भेजे गए डीपीआर में एसएम कॉलेज से मिरजानहाट के तीसरे किलोमीटर में प्रस्तावित फ्लाईओवर भोलानाथ के ऊपर बनने की बात कही गई है। फ्लाईओवर निर्माण मिरजानहाट शीतला स्थान चौक से भीखनपुर गुमटी नंबर दो के बीच होगा, जिसकी लंबाई 1110 मीटर होगी। रेलवे पुल के नीचे जलजमाव की समस्या रहती है, पुल के नीचे बड़े वाहनों का आवागमन नहीं हो पा रहा है। पुल निर्माण में 118 करोड़ रुपये खर्च होंगे। निर्माण दो साल में पूरा होगा। डीपीआर को स्वीकृति मिलने के बाद टेंडर की प्रक्रिया अपनाई जाएगी।