'आतंकवाद के खिलाफ जंग में संन्यासी भी आहूति देने के लिए तैयार'
भानपुरा पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी दिव्यानंद तीर्थ भागलपुर पधारे हुए हैं। वे यहां रामकथा वाचन कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि सैनिक और सन्यासी दोनों देश के लिए समर्पित है।
भागलपुर [जेएनएन]। भानपुरा पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी दिव्यानंद तीर्थ ने कहा कि जब तक देश के लोग नरसिंह नहीं बनेंगे, देश में आतंकवाद समाप्त नहीं होगा। आतंकियों को नष्ट करने के लिए हमें नरसिंह बनना होगा। वे बूढ़ानाथ मंदिर परिसर में रामकथा का वाचन कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि देश के नागरिकों को आत्मबल जागृत करना होगा। भारत के लोग सत्ता के साथ हैं। आवश्यकता होने पर इस जंग में सन्यासी भी आहूति देने के लिए तैयार हैं। सैनिक देश की सुरक्षा करता है तो सन्यासी मानव हृदय की।
जगतगुरु सेवा समिति की ओर से आयोजित रामकथा में अतुल कृष्ण भारद्वाज ने कहा कि हमारे सैनिकों पर कायरतापूर्ण हमला किया गया है। सैनिक जटिल जीवन जीते हैं। उन्होंने प्रत्येक माता-पिता से एक पुत्र को देश की रक्षा में देने की अपील की।
पद्मा और प्रिया ने देशभक्ति गीत सुनाए। एसएम कॉलेज की छात्राओं ने नृत्य के माध्यम से सैनिकों को श्रद्धांजलि दी। महादेव सिंह महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. केडी प्रभात, एसएम कॉलेज की प्राचार्य डॉ. अर्चना ठाकुर, दैनिक जागरण के महाप्रबंधक राजाराम तिवारी, श्रवण बाजोरिया, एनसीसी के कैडेट सहित अन्य लोगों ने पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों को मोमबत्ती जलाकर श्रद्धांजलि दी।
इस कार्यक्रम का संचालन आकाशवाणी भागलपुर के वरीय उद्घोषक डॉ विजय कुमार मिश्र कर रहे थे। कार्यक्रम के संचालन के दौरान डॉ विजय कुमार मिश्र ने कहा कि देश के सभी लोग सरकार के साथ है। सरकार देश की भावना समझें। उन्होंने कहा कि आतंकवाद और पाक पर कार्रवाई करने में हर प्रकार का सहयोग मिल रहा है। सरकार जनता की भावना को समझते हुए कार्य करें। उन्होंने सैनिकों के बलिदान को व्यर्थ में ना जाने देने की बात कही।