Bhagalpur: ट्रेन के आगे कूदा युवक, इंजन में फंसकर 4 किलोमीटर घिसटता गया शव; नहीं हो सकी शव की शिनाख्त
भागलपुर जिले में रविवार दोपहर तीन बजे के करीब डाउन गया-रामपुरहाट पैसेंजर ट्रेन के इंजन के आगे कूदकर जान दे दी। युवक का शव रेल इंजन के आगे लगे हुक में फंसकर करीब चार किलोमीटर तक घिसटता चला गया।
संवाद सूत्र, सुल्तानगंज : भागलपुर जिले में रविवार को एक युवक ने ट्रेन के आगे कूदकर जान दे दी। युवक रविवार दोपहर तीन बजे के करीब डाउन गया-रामपुरहाट पैसेंजर ट्रेन के इंजन के आगे कूद गया। रेल इंजन के आगे लगे हुक में फंसकर शव करीब चार किलोमीटर तक घिसटता चला गया। सुल्तानगंज स्टेशन पर ट्रेन के रुकने के बाद शव को इंजन से हटाया गया।
स्टेशन अधीक्षक दीपक कुमार ने बताया कि ट्रेन गनगनिया स्टेशन से सुल्तानगंज आ रही थी। पोल संख्या 332/12 के समीप एक व्यक्ति अचानक ट्रेन के आगे कूद गया, जिससे उसका शरीर इंजन के हुक में फंस गया और उसकी मौत हो गई।
घटना की जानकारी ट्रेन मैनेजर अजय कुमार और ड्राइवर प्रीतम भारती ने ऑन ड्यूटी स्टेशन मास्टर प्रेम कुमार बादल को दी। जांच में पता चला कि युवक का पैर कट चुका था और उसकी मौत हो चुकी थी। घटना के कारण ट्रेन 50 मिनट तक सुल्तानगंज स्टेशन पर खड़ी रही। आरपीएफ, जीआरपी, प्वाइट्समैन व सफाई कर्मी ने तत्परता दिखाते हुए इंजन में फंसे शव को बाहर निकाला। जीआरपी ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भागलपुर भेज दिया है। खबर लिखे जाने तक शव की शिनाख्त नहीं हो पाई। कानूनी कार्रवाई करने के 50 मिनट बाद 3:50 बजे ट्रेन गंतव्य के लिए रवाना हुई।
मालदा इंटरसिटी एक्सप्रेस का इंजन फेल, यात्री परेशान
संवाद सूत्र, अकबरनगर : अकबरनगर रेलवे स्टेशन पर रविवार को सुबह 10:13 बजे अप लाइन से भागलपुर से सुल्तानगंज जा रही मालदा इंटरसिटी एक्सप्रेस का अचानक इंजन फेल हो गया। इससे करीब सवा दो घंटे तक ट्रेन स्टेशन पर खड़ी रही। इंजन फेल के कारण यात्री परेशान हो गए।
जानकारी के मुताबिक, ट्रेन 10:13 में अकबरनगर स्टेशन पर पहुंची। इस ट्रेन का अकबरनगर स्टेशन पर रुकने का समय सिर्फ दो मिनट था, लेकिन दो मिनट बाद ग्रीन सिग्नल देने के बावजूद ट्रेन आगे नहीं बढ़ी। तभी चालक ने स्टेशन मास्टर केके सिंह को इंजन फेल होने की जानकारी दी। बाद में भागलपुर से एक इंजन भेजा गया, जिसके बाद ट्रेन गंतव्य की ओर बढ़ी। करीब सवा दो घंटे तक ट्रेन खड़ी रहने के चलते यात्रियों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा। कुछ यात्रियों ने सुल्तानगंज जाने के लिये सड़क मार्ग का सहारा लिया।