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Bhagalpur News: डीबीए के निर्वाची पदाधिकारी ने जोगसर थाने में दर्ज कराई शिकायत पर उठाया सवाल

जिला विधिज्ञ संघ में अधिकारों की जंग पर फिर घमासान के आसार। जिला विधिज्ञ संघ की मातृ सदन हाउस ने उन्हें निर्वाची पदाधिकारी बनाया है। अगर तदर्थ कमिटी के आठ सदस्य और पंद्रह सदस्यों को कोई भी आपत्ति है तो निर्वाचन पदाधिकारी से मिल बैठ कर बात करें।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Published: Thu, 03 Jun 2021 11:09 AM (IST)Updated: Thu, 03 Jun 2021 11:09 AM (IST)
Bhagalpur News: डीबीए के निर्वाची पदाधिकारी ने जोगसर थाने में दर्ज कराई शिकायत पर उठाया सवाल
जिला विधिज्ञ संघ के निर्वाची पदाधिकारी ने थाने में दर्ज कराई गई शिकायत पर गंभीर सवाल उठाए हैं।

जागरण संवाददाता, भागलपुर। जिला विधिज्ञ संघ के निर्वाची पदाधिकारी अधिवक्ता दिनेश सिंह बबलू ने जोगसर थाने में दर्ज कराई गई शिकायत पर गंभीर सवाल उठा कर आर-पार की लड़ाई के संकेत दे दिए हैं। उन्होंने कहा है कि सम्पूर्ण मामला अलोकतांत्रिक और असंवैधानिक है। बतौर निर्वाचन अधिकारी मैं दोनों पक्ष के लिए प्रतिनियुक्त हुआ हूं। जिला विधिज्ञ संघ की मातृ सदन हाउस ने उन्हें निर्वाची पदाधिकारी बनाया है। अगर तदर्थ कमिटी के आठ सदस्य और पंद्रह सदस्यों को कोई भी आपत्ति है तो निर्वाचन पदाधिकारी से मिल बैठ कर बात करें। ना की न्याय दिलाने वाले अधिवक्ता ताला तोड़ दस्तावेज को गायब करने और संघ की राशि के बारे में बिना निर्वाची पदाधिकारी से जानकारी लिए मिथ्या आरोप-प्रत्यारोप लगाए। सदन की गरिमा धूमिल करने की इजाजत किसी को नहीं दी जा सकती। निर्वाची पदाधिकारी ने कहा कि घटना पूरी तरह से दुर्भाग्यपूर्ण है। इस तरह के कार्यों से वकीलों की साख पर आमलोगों में प्रतिकूल असर डाल रही है। वकीलों पर आम जनता भरोसा करती है। पूरी तरह आश्रित रहती है। क्योंकि न्याय दिलाने के लिए वकील ही एक सहारा है। जो निचली अदालत से लेकर सर्वोच्व न्यायालय तक जिम्मेवार माने जाते हैं।

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इसलिए अधिवक्ता के संघ में बेवजह निर्वाचित सदस्यों को निलंबित कर स्टेट बार ने जो एडहॉक कमिटी बहाल कर जो कार्य किया है वह वर्तमान परिस्थिति में निंदनीय है। निर्वाची पदाधिकारी ने कहा कि स्टेट बार काउंसिल के पूर्व चेयरमैन का जल्दबाजी में लिया गया फैसला था। जो विवाद का मुख्य कारण है। पूर्व महासचिव ने उन्हें हाउस से निर्वाची पदाधिकारी के मनोयन होते ही ऑडिट रिपोर्ट, 2018 19 - 20 मुहैया कराया गया। इसके साथ ही मुझे इन्वेंट्री रिपोर्ट भी प्राप्त हुआ । इन्वेंट्री रिपोर्ट और ऑडिट रिपोर्ट के साथ मुझे डीबीए की चाबी का गुच्छा भी सौपा गया। निर्वाची पदाधिकारी ने कहा कि चाबी मैंने व्यवस्था से सुचारू रूप से संचालन के लिए डे और नाइट गार्ड को सौपी थी। बाद में गार्ड से बलपूर्वक तदर्थ कमिटी ने वो चाबी ले ली। निर्वाची पदाधिकारी ने कई गम्भीर सवाल उठाए उठाए और कहा कि मामले में याचिका की तैयारी कर रहे हैं।


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