Bhagalpur News : अभाविप ने तीन कॉलेजों में फूंका प्रभारी कुलपति का पुतला, लगाए यह आरोप
तिमांविवि में सिंडिकेट की बैठक के दौरान हंगामें को लेकर परिषद कार्यकर्ताओं पर हुआ है केस। इसके विरोध में भागलपुर में परिषद कार्यकर्ताओं ने टीएनबी बीएन और एसएम कॉलेज में फूंका गया पुतला। प्रभारी कुलपति की नियुक्त के विरोध में परिषद लगातार आंदोलन कर रहा है।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (अभाविप) ने तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (टीएमबीयू) के प्रभारी कुलपति डॉ. संजय कुमार चौधरी के विरुद्ध मोर्चा खोल दिया है। कार्यकर्ताओं ने शनिवार को एसएम कॉलेज, टीएनबी कॉलेज और बीएन कॉलेज के मुख्य द्वार पर प्रभारी कुलपति का पुतला फूंका। साथ ही नारेबाजी की। अभाविप के प्रदेश कार्य समिति सदस्य आशुतोष सिंह तोमर, विश्वविद्यालय संयोजन संजय झा समेत 30 अज्ञात छात्रों पर हुए मुकदमे को वापस लेने की मांग की।
आशुतोष ने कहा कि केस में मनगढंत आरोप लगाकर छात्रों पर आंदोलन को दबाने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। लेकिन विरोध और तेज होगा। उन्होंने केस को वापस लेने की मांग विश्वविद्यालय प्रशासन से की। संजय झा ने कहा कि परिषद के कार्यकर्ता केस से डरने वाले नहीं हैं। शांतिपूर्ण तरीके से किए गए आंदोलन के बाद भी झूठे केस में उन लोगों का नाम दिया गया।
मौके पर टीएनबी कॉलेज में निखिल राजपूत, शिवम, राजा, रौशन मंडल, एसएम कॉलेज में रोजी कुमारी, शाहीन, अमृता, बीएन कॉलेज में सूरज यादव, तपेश, सिंटू कुमार, प्रिंस कुमार, राजा, बिट्टू आदि दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद थे।
इससे पहले अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद ने तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय स्नातक तृतीय खंड गणित का प्रश्नपत्र परीक्षा के पूर्व लिक होने के विरोध में विवि प्रशासनिक भवन का सामने विरोध प्रदर्शन व परीक्षा नियंत्रक का घेराव किया गया था। अभाविप के राष्ट्रीय कार्यकारिणी सदस्य संजय झा ने कहा कि परीक्षा के पूर्व प्रश्नपत्र आउट होना दुर्भाग्यपूर्ण और विश्वविद्यालय प्रशासन की कार्यशैली पर प्रश्नचिन्ह है, विश्वविद्यालय भर्ष्टाचार का अड्डा बन गया है। प्रदेश सह मंत्री कुश पांडे और आशुतोष सिंह तोमर ने कहा कि लगातार प्रश्न पत्र लिक एवं परीक्षा रद होने के कारण दूर से आने वाले छात्रों को काफी कठिनाइयां का सामना करना पड़ता है। इस अवसर पर प्रदेश कार्यकारिणी कुणाल पांडे, हैप्पी आनंद, विकास चौहान, निखिल राजपूत, आशीष रंजन, आदित्य राज, मनीष मिश्रा, प्रिंस झा, दिव्यांशु राजा सहित दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद थे।