कौशल किशोर मिश्र, भागलपुर। सूबे के नक्सलियों और आपराधिक गिरोहों को इन दिनों दिल्ली-हरियाणा और उत्तर प्रदेश में कारतूस की तस्करी में शामिल शातिर कुछ गन हाउस के संचालकों की मिलीभगत से नक्सलियों-अपराधियों को भारी मात्रा में कारतूस उपलब्ध करा रहे हैं।
लग्जरी कारों और रेल मार्गों से गिरोह के एजेंट पूर्णिया, कटिहार, खगड़िया, सहरसा, मधेपुरा, भागलपुर, मुंगेर, बांका, जमुई, लखीसराय, शेखपुरा, बेगूसराय में सक्रिय आपराधिक गिरोह और नक्सली कमांडरों को उनके मनचाही जगहों तक कारतूस मुहैया करा दे रहे हैं।
25 जनवरी, 2023 को मेरठ एसटीएफ को इचौली-मसूरी में हाथ लगे मुहम्मद फसाद ने कारतूस की उपलब्धता, कई गन हाउस संचालकों से गठजोड़ और बिहार में नक्सली संगठनों के अलावा कई अपराधी गिरोहों से जुड़े तार की जानकारी दी है। फसाद से हुई सख्त पूछताछ और उसके पास से मिले मोबाइल ने कारतूस तस्करी के तगड़े सिंडिकेट की परत-दर-परत खोल कर रख दी है।
फसाद ने मेरठ एसटीएफ के समक्ष बिहार के पूर्णिया, कटिहार, खगड़िया, सहरसा, मधेपुरा, भागलपुर, मुंगेर, बांका, जमुई, लखीसराय, शेखपुरा, बेगूसराय में सक्रिय आपराधिक गिरोह और नक्सली कमांडरों को कारतूस मुहैया कराने संबंधी जानकारी, गिरोह के सरगनाओं, कुछ नक्सली कमांडरों के मोबाइल नंबर और उनसे जुड़ी जानकारी यूपी पुलिस ने पुलिस मुख्यालय से साझा की है।
पुलिस मुख्यालय ने दिल्ली-हरियाणा और उत्तर प्रदेश में कारतूस तस्करी में लगे गिरोह और सूबे के उपरोक्त जिलों में सक्रिय अपराधी गिरोह और नक्सली संगठनों की निगरानी बढ़ा दी है। उपरोक्त जिलों के पुलिस अधीक्षकों को भी पुलिस मुख्यालय सभी एहतियाती कदम उठाने को कहा है।
700 कारतूसों के साथ दबोचे गए प्रतीक-आशीष ने दी थी चौंकाने वाली जानकारी
22 अप्रैल, 2022 को टुंडला में 700 कारतूसों के साथ पकड़े गए प्रतीक सक्सेना और आशीष मिश्रा ने कारतूस की तस्करी में लगे सिंडिकेट का सच उजागर किया था। फसाद की गिरफ्तारी के पूर्व प्रतीक और आशीष ने भी गिरफ्तारी बाद कारतूस की खरीद-बिक्री में हरियाणा, दिल्ली, उत्तर प्रदेश के कई गन हाउस संचालकों की तस्करी में संलिप्तता संबंधी जानकारी दी थी। मुहम्मद फसाद
हथियारों और कारतूस की खेप दिल्ली से बेगूसराय, खगड़िया, पूर्णिया, भागलपुर, मुंगेर, बांका भी पहुंचा चुका था। पूछताछ में फसाद ने दिल्ली, हरियाणा के भिवानी, झज्झर, वेस्ट यूपी के मेरठ, मुजफ्फरनगर, बागपत, शामली और सहारनपुर के अन्य सहयोगियों, मुहम्मद यूनुस, रिजवान अली, शेख रियाजुल, संजू वालिया, संदीप चौधरी आदि के नामों की जानकारी दी है।
फसाद और उसके साथी सारी डील व्हाट्सएप पर किया करते थे। व्हाट्सपएप पर ऑर्डर मिलने के बाद बताए गए स्थान पर कारतूस तय समय सीमा पर पहुंचा दिया करते थे। माल की आधी कीमत पहले फिर आधी माल मुहैया करा देने के बाद लिया करते थे।
भागलपुर और आसपास में कारतूसों की अबतक की बड़ी बरामदगी
- 17 जनवरी 2023 को एसटीएफ ने नवगछिया में 400 कारतूसों के साथ तीन तस्करों को दबोचने में सफल हुई थी।
- 22 फरवरी 2022 में भागलपुर में ताज करीम नामक पुलिसकर्मी के घर से 70 कारतूस समेत अन्य हथियार बरामद किये गए थे।
- पूर्णिया में तीन सितंबर 2021 को 75 कारतूस, हथियारों के साथ चार तस्कर दबोचे गए थे।
- 27 जून 2022 को मुंगेर जिले में नक्सल प्रभावित पैसरा जंगल से एसटीएफ-कोबरा टीम ने 788 कारतूस बरामद करने में सफलता पाई थी।
- 13 जुलाई 2022 को मुंगेर में मुहम्मद फुरहान को 70 कारतूस के साथ एसटीएफ ने दबोचने में सफलता पाई थी।
- 10 अप्रैल 2022 को मुंगेर में 180 कारतूस के साथ तस्कर की हुई थी गिरफ्तारी।