धुरी यादव हत्याकांड : अजय मिश्रा समेत छह आरोपितों के खिलाफ कोर्ट ने जारी किया वारंट Bhagalpur News
बदमाशों ने 4 नवंबर 2019 की शाम करीब छह बजे धुरी यादव को गोली मारी। जिस समय उन्हें गोली मारी गई कई लोगों वहां मौजूद थे। धुरी यादव की हत्या का कारण पुरानी रंजिश और जमीन विवाद है।
भागलपुर [जेएनएन]। उर्दू बाजार में चार नवंबर को चिरंजीवी उर्फ धुरी यादव की गोली मारकर हत्या मामले में कोर्ट ने कुख्यात अजय मिश्रा समेत छह आरोपितों के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी कर दिया है। तातारपुर पुलिस ने दो दिन पहले इसके लिए अर्जी दाखिल की थी। बुधवार को कोर्ट ने अजय मिश्रा, उर्दू बाजार की सीमा कुमारी, नीरज सिंह, मु. जुल्फिकार उर्फ सोनम, टिंकू मियां और मु. मिकाइल के खिलाफ वारंट जारी किया है। गिरफ्तारी वारंट लेने के बाद पुलिस ने छापेमारी तेज कर दी है।
अजय मिश्रा ने ली थी धुरी के हत्या की सुपारी
कुख्यात अजय मिश्रा ने धुरी के हत्या की सुपारी ली थी। इसके लिए उसने अपने कुछ स्थानीय गुर्गों को लगाया था। अजय ने कई वर्ष पहले अपने भाई गुडुल मिश्रा की हत्या के बाद ही धुरी को मारने का एलान किया था। तब से ही अजय मिश्रा धुरी को मारने की फिराक में था। लेकिन उसे मौका नहीं मिल रहा था। उसने कई बार अपने लोगों से उसका काम तमाम कराने का प्रयास किया। बार बार धुरी यादव को इसकी सूचना मिल जा रही थी।
सीमा और नीरज सिंह है मास्टरमाइंड
इस मामले में पुलिस जेल में बंद राजा राम सिंह की बहन सीमा कुमारी और भाई नीरज सिंह को मास्टरमाइंड मान रही है। दोनों ने जेल में बंद अपने भाई के इशारे पर धुरी यादव की हत्या की साजिश रची। दोनों ने धुरी को मौत के घाट उतारने के लिए उसके सभी पुराने दुश्मनों को एकजुट करने का काम किया। सीमा ने ही अपने लोगों के सहारे कुख्यात अजय मिश्रा से संपर्क कर धुरी के हत्या की सुपारी दी। पूरी साजिश सीमा के उर्दू बाजार वाले घर पर रची गई। इसकी भनक धुरी यादव को लगी तक नहीं।
मिकाइल, टिंकू और सोनम भी थे मुख्य किरदार में
जिस जगह धुरी यादव को गोली मारी गई। उसके ठीक सामने एक अंडे की दुकान थी। दुकानदार के बेटे सोनम ने धुरी की पहचान कराई थी। इसके अलावा मिकाइल और टिंकू ने धुरी को मारने के लिए भाड़े के शूटरों का इंतजाम किया था। पुलिस उक्त तीनों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी कर रही है। वे लोग शहर से बाहर भागे हुए हैं। इस मामले में गिरफ्तारी वारंट के बाद पुलिस कुर्की-जब्ती की कार्रवाई के लिए कोर्ट में अर्जी दाखिल करेगी। यदि आरोपित नहीं पकड़े जाते हैं तो पुलिस वारंट लेकर उनके घर की कुर्की जब्ती करेगी।