Bhagalpur Corona Update : भागलपुर में लगातार बढ़ रहा कोरोना संक्रमण का ग्राफ, अब तक 23 मौत
Bhagalpur Corona Update जिले में संक्रमितों की संख्या 15 सौ तक पहुंचने वाली है। अब तक यहां लगभग दो दर्जन लोगों की मौत भी हो गई है।
भागलपुर, जेएनएन। Bhagalpur Corona Update : जिले में कोरोना संक्रमण का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है। मंगलवार को 81 नए मामले आए। इसमें शहरी क्षेत्र के 28 लोग हैं। संक्रमितों में मेडिकल कॉलेज के पोस्टमार्टम के डॉक्टर व कई सरकारी कर्मी हैं। वहीं, सोमवार की रात से मंगलवार तक कोरोना संक्रमित तीन और मरीजों की मौत हो गई। मौत का अब तक का आंकड़ा बढ़कर 23 हो गया है। मृतकों को सर्दी, खांसी और बुखार था। दो को श्वांस लेने में भी परेशानी हो रही थी। मृतकों में भागलपुर के कहलगांव, कटिहार और पूर्णिया जिले निवासी शामिल हैं।
नोडल पदाधिकारी डॉ. हेमशंकर शर्मा ने बताया कि कहलगांव के ङ्क्षरकेश कुमार साह, पूर्णिया के जमील अख्तर और कटिहार के मुकेश जायसवाल को कोरोना के अलावा और कई तरह की बीमारी थी। गंभीर हालत में मायागंज अस्पताल लाया गया था। जहां इनकी मौत इलाज के दौरान हो गई। ङ्क्षरकेश को कोरोना होने के बाद 18 जुलाई को अस्पताल में भर्ती कराया गया था। सांस लेने के साथ-साथ लिवर भी काम नहीं कर रहा था। सोमवार की रात आइसीयू में शिफ्ट किया गया।ऑक्सीजन पर रखा गया था, लेकिन हालत में सुधार नहीं हो रहा था। इस बीच मंगलवार की सुबह मौत हो गई।
एक शव परिजन ले गए, दो प्लास्टिक में पैक
मंगलवार को तीन मरीज की मौत के बाद कहलगांव वाले मरीज का शव परिजन आठ घंटे बाद घर ले गए। वहीं, कटिहार और पूर्णिया निवासी मरीज का शव अस्पताल में पड़ा हुआ है। दोनों के शव को प्लास्टिक से बांधकर रखा गया है। देर रात तक परिजन नहीं आए थे, इस कारण शव को सुरक्षित रख दिया गया है।
हेल्थ वेलनेस सेंटर में जांच शुरू, लोगों ने किया विरोध
हेल्थ वेलनेस सेंटर हुसैनाबाद में मंगलवार से रैपिड किट से कोरोना जांच शुरू हो गई है। पहले दिन पांच लोगों का सैंपल लिया गया। इसमें सभी की रिपोर्ट निगेटिव आई। वहीं, जिस भवन में सेंटर चल रहा है वह किराये पर है। आसपास अच्छी घनी आबादी है। ऐसे में कोरोना जांच का कुछ लोगों ने विरोध किया। लोगों का कहना था कि घनी आबादी में कोई कोरोना पॉजिटिव मरीज आया तो पूरे इलाके में संक्रमण फैल सकता है। सेंटर के कर्मियों ने बताया कि यहां न तो केमिकल है न ही सैनिटाइजेशन करने मशीन। जिस पीपीई किट को पहन कर कोरोना जांच किया जा रहा है। इसके बाद किट को निष्पादित करने का भी इंतजाम नहीं है।