Bhagalpur : सरकारी व्यवस्था पर संक्रमितों की जिद पड़ रही भारी, पॉजीटिव पैसेंजर बेखौफ लौट रहे हैं घर, लंबी खींचेगी चेन
भागलपुर में कोविड नियमों की अनदेखी की जा रही है। जंक्शन पर जांच के बाद निकलने वाले संक्रमित यात्री आइसोलेशन वार्ड में जाने और एंबुलेंस पर चढऩे से परहेज कर रहे हैं। वे बेखौफ होकर घर जा रहे हैं इससे संक्रमण का चेन बढ़ सकता है।
जागरण संवाददाता, भागलपुर। कोरोना का कहर हर दिन बढ़ता ही जा रहा है। संक्रमितों का आंकड़ा हर दिन ऊपर-नीचे हो रहा है। इसके बाद भी संक्रमित लोग मानने को तैयार नहीं है। सरकार और प्रशासन की व्यवस्था पर भारी दिख रहे हैं। जंक्शन पर जांच के बाद निकलने वाले संक्रमित यात्री आइसोलेशन वार्ड में जाने और एंबुलेंस पर चढऩे से परहेज कर रहे हैं। इनकी सेहत का स्वास्थ्य विभाग की टीम देती है तो संक्रमित पैसेंजर उन्हीं से उलझ जा रहे हैं। संक्रमित पैसेंजर बेखौफ होकर ऑटो से घर पहुंच रहे हैं, ऐसे में संक्रमण की चेन लंबी खींचने की संभावना दिख रही है। शनिवार की शाम कुछ इस तरह का ही नजारा दिखा।
1.15 बजे, दोपहर
महाराष्ट्र के पनवेल से भागलपुर पहुंची स्पेशल ट्रेन से महज दो सौ पैसेंजर जंक्शन पर उतरे। इसमें आधे यात्रियों ने ही कोरोना का टेस्ट कराया। जिसमें 16 की रिपोर्ट संक्रमित निकला। इसमें दो संक्रमित पैसेंजर को एंबुलेंस से आइसोलेशन वार्ड भेजा गया। वहीं, दूसरे अन्य संक्रमित पैसेंजर एंबुलेंस में चढऩे से इन्कार कर दिया। सभी लोग ऑटो करके घर गए।
6.15 बजे, शाम
गया से चलकर हावड़ा जा रही हावड़ा स्पेशल ट्रेन शनिवार की शाम 6.15 बजे जंक्शन पहुंची। इस ट्रेन से उतरे ज्यादातर पैसेंजर बिना जांच के ही बाहर निकल गए। इस ट्रेन के करीब 15 यात्रियों ने जांच कराई तो दो की रिपोर्ट पॉजिटिव निकली। इनसे जब एंबुलेंस है आइसोलेशन वार्ड या घर तक पहुंचाने की बात कही गई तो सभी ने इन्कार कर दिया।
7.10 बजे शाम, जंक्शन जांच सेंटर
लोकमान्य तिलक टर्मिनल से चलकर गुवाहाटी जा रही साप्ताहिक एक्सप्रेस शाम 6.52 बजे जंक्शन के प्लेटफार्म पर पहुंची। इस ट्रेन से उतरे यात्रियों से कोरोना की जांच कराने के लिए लगातार माइङ्क्षकग की जा रही थी। इस ट्रेन से भागलपुर के 35 यात्री उतरे। इसमें से आठ यात्रियों ने ही जांच कराई। दो की रिपोर्ट पॉजिटिव आई। जब स्वास्थ्य विभाग के कर्मियों ने संक्रमित यात्रियों को आइसोलेशन वार्ड में जाने की बात कही तो संक्रमित यात्री होम आइसोलेशन का जिद करने लगा। इस पर स्वास्थ कर्मी ने एंबुलेंस घर भेजने की बात कही। पैसेंजर ने सीधा मना कर दिया।
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- संक्रमित पैसेंजरों से आइसोलेशन वार्ड में जाने के लिए कहा जाता है। इसमें ज्यादातर संक्रमित लोग होम आइसोलेशन की बात बताकर चले जाते हैं। एंबुलेंस से घर तक छोडऩे पर सभी मना कर देते हैं। लाख कोशिश के बाद भी संक्रमित पैसेंजर नहीं मान रहे हैं। - डॉ. चंद्रशेखर कुमार, नोडल पदाधिकारी, जंक्शन जांच सेंटर।