Bhagalpur bypass road broken : 600 मीटर मिट्टी भरने में लग गए 20 दिन, साल भर पहले हुआ था चालू
235 करोड़ की लागत से बने इस स्थायी बाइपास को साल भर पहले चालू किया गया था। लेकिन बाइपास साल भर भी वाहनों का दबाव नहीं झेल सका।
भागलपुर, जेएनएन। स्थायी बाइपास का मरम्मत कार्य कछुआ गति से चल रहा है। टॉल प्लाजा लोदीपुर मोड़ तक छह सौ मीटर सड़क को उखाड़ कर नए सिरे से बनाया जा रहा है। इसके लिए फिर से मिट्टी भरा जा रहा है। छह सौ मीटर तक मिट्टी भरने में 20 दिन लग गए। इससे हर दिन यातायात प्रभावित हो रहा है।
दरअसल, 235 करोड़ की लागत से बने इस स्थायी बाइपास को साल भर पहले चालू किया गया था। लेकिन, बाइपास साल भर भी वाहनों का दबाव नहीं झेल सका। इस दौरान जगह-जगह गड्ढे बन गए। सबसे अधिक टोल प्लाजा से लोदीपुर मोड तक सड़क जर्जर हो गई थी। यहां छह सौ मीटर तक सड़क धंस गई थी। इसके कारण अनलॉक-1 के दौरान लगभग हर दिन बाइपास पर जाम लग रहा था। छोटी गाडिय़ां अक्सर यहां फंस जाती थीं।
मुख्यालय के निर्देश पर शुरू हुआ काम
मुख्यालय के निर्देश पर बीस दिन पूर्व बाइपास की मरम्मत शुरू हुई। लेकिन, अब तक बिटुमिनस (अलकतरा) का काम नहीं हो सका है। इसकी वजह से यातायात प्रभावित हो रही है। हालांकि संपूर्ण लॉकडाउन के कारण अभी वाहनों का परिचालन बंद है। इससे जाम नहीं लग रहा है।
55 की जगह 90 टन लोडेड वाहनों का हो रहा परिचालन
निर्माण एजेंसी जीआर इंफ्रा प्रोजेक्ट के अभियंता अभिषेक कुमार की माने तो ओवरलोड वाहनों के परिचालन के कारण साल भर के अंदर ही सड़क जर्जर हो गई। उन्होंने कहा कि बाइपास रोड की क्षमता 50-55 टन है, जबकि इस पर 85 से 90 टन लोडेड वाहनों का परिचालन कराया जा रहा है। उन्होंने कहा कि सड़क को खोदकर नए सिरे से काम कराया जा रहा है। मिट्टी भराई का काम पूरा हो चुका है। गुरुवार को अलकतरा बिटुमिनस का काम शुरू होगा। उन्होंने कहा कि लगातार हो रही बारिश के कारण काम कराने में परेशानी हो रही है।
मिट्टी भरने का काम पूरा हो गया है। उसके उपर डब्ल्यूएमएम (पत्थर आदि) का काम चल रहा है। लगातार हो रही बारिश के कारण काम प्रभावित हो रहा है। मौसम साफ रहा तो जल्द ही उस पर बिटुमिनस (अलकतरा) का काम पूरा हो जाएगा। - मनोरंजन कुमार पांडेय, कार्यपालक अभियंता, एनएच विभाग।
मुख्य बातें
-235 करोड़ की लागत से साल भर पहले बनकर हुआ था तैयार, जीआर इंफ्रा प्रोजेक्ट ने कराया था काम
-टॉल प्लाजा से लोदीपुर मोड़ तक चलने लायक नहीं रह गया है स्थायी बाइपास, यातायात हो रही प्रभावित