Bhagalpur News : लगी फटकार तो मृतक के परिजनों को मिल गया मुआवजा, जानिए... क्या है मामला
चानन नदी में डूबने से संतोष मंडल के पुत्र की हो गई थी मौत। सरकारी स्तर पर उसके स्वजन को मुआवजा मिलना था। लेकिन डेढ़ वर्षों के दौरान 30 बार अंचल कार्यालय का चक्कर वे लोग लगा चुके थे। लेकिन मुआवजा नहीं मिला। फिर
जागरण संवाददाता, भागलपुर। सुनवाई के दौरान फटकार लगने के साथ ही मृतक के पिता को मुआवजा मिल गया। साथ ही दो अन्य लोगों को भी मुआवजा मिला है।
महम्मदपुर जगदीशपुर के संतोष मंडल के पुत्र प्रशांत कुमार की मौत चानन नदी में डूबने से 21 सितंबर 2019 को मौत हो गई थी। पुत्र की मौत के बाद संतोष अनुदान की राशि के लिए पिछले डेढ़ वर्ष से भटक रहे थे। मुआवजा के लिए संतोष जगदीशपुर बीडीओ के पास दो बार, अंचलाधिकारी के पास 30 बार, वरीय उप समाहर्ता के पास तीन बार, अपर समाहर्ता के पास दो बार चक्कर लगा चुके थे। काफी भाग-दौड़ करने के बाद भी जब मुआवजा की राशि नहीं मिली तो उन्होंने लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी के यहां परिवाद दायर किया। इसके बाद लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी अरुण कुमार सिंह ने आवेदन की प्रति जिला आपदा प्रबंधन शाखा के वरीय उप समाहर्ता को भेजते हुए निर्देश दिया कि परिवाद में अंकित बिंदुओं, दावा किए जा रहे लाभ, राहत के संबंध में जांच कर रिपोर्ट दें। साथ ही सुनवाई की तिथि पांच जनवरी व 19 जनवरी निर्धारित की गई।
पांच जनवरी को सुनवाई के दौरान जिला आपदा प्रबंधन शाखा के वरीय उप समाहर्ता की तरफ से जगदीशपुर के अंचलाधिकारी उपस्थित हुए। उन्होंने बताया कि आपदा मद में राशि उन्हें प्राप्त है। अंचल नाजिर द्वारा प्रभार नहीं दिए जाने के कारण मुआवजा का भुगतान नहीं हो सका है। इसके बाद जिला लोक शिकायत निवारण पदाधिकारी ने अंचलाधिकारी को 19 जनवरी के पूर्व संतोष मंडल सहित अन्य लंबित मुआवजा का भुगतान करने का आदेश दिया। उन्होंने इसके लिए अंचलाधिकारी को फटकार भी लगाई। सोमवार को सुनवाई के दौरान जिला आपदा प्रबंधन शाखा के वरीय उप समाहर्ता व जगदीशपुर के अंचलाधिकारी शामिल हुए। अंचलाधिकारी ने बताया कि संतोष मंडल को 20 मार्च 20 को चेक उपलब्ध करा दिया गया था। लेकिन लॉकडाउन के कारण चेक बैंक में जमा नहीं हुआ। उसके बदले 13 जनवरी 21 को उन्हें नया चेक दिया गया है। साथ ही दो अन्य लाभुकों बीबी ताज, कारू साह को भी चेक दिया गया है। अनुदान की राशि प्राप्त कर तीनों परिवारों को शांति मिली है।