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बिहार के शिक्षा मंत्री रहे मेवालाल चौधरी पर लटकी तलवार, आरोप पत्र गठित करने की तैयारी

BAU नियुक्ति घोटाला सहायक प्राध्यापकों की नियुक्ति घोटाले में मुख्य आरोपी मेवालाल हैं। बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर के डॉ. एमके बाधवानी समेत कई अन्य पदाधिकारी भी आरोपित हैं। अमित कुमार और राजभवन वर्मा पर पहले ही आरोप पत्र गठित हो चुका है।

By Dilip Kumar ShuklaEdited By: Published: Sun, 22 Nov 2020 11:33 AM (IST)Updated: Mon, 23 Nov 2020 09:51 AM (IST)
बिहार के शिक्षा मंत्री रहे मेवालाल चौधरी पर लटकी तलवार, आरोप पत्र गठित करने की तैयारी
बीएयू के पूर्व कुलपति डॉ मेवालाल चौधरी। वर्तमान में तारापुर के विधायक हैं।

भागलपुर [ललन तिवारी]। बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर के पूर्व कुलपति डॉ. मेवालाल चौधरी पर आरोप पत्र गठित करने की तैयारी चल रही है। सहायक प्राध्यापकों की नियुक्ति घोटाला में मेवालाल मुख्य आरोपी हैं। इनके अलावा विश्वविद्यालय के पदाधिकारी डॉ. एमके वाधवानी सहित कई अन्य भी चार्जशीट की जद में हैं। पुलिस प्रशासन ने इस संदर्भ में विश्वविद्यालय को मामले की अद्यतन जानकारी उपलब्ध करा दी है। मामले में अमित कुमार और राजभवन वर्मा पर पहले ही आरोप पत्र गठित हो गया है। गिरफ्तारी के बाद जेल भी भेजे गए थे।

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दो दर्जन से ज्यादा लोगों के खिलाफ पुख्ता साक्ष्य

बीएयू मामले के पूर्व अनुसंधानकर्ता डीएसपी रमेश कुमार ने उस वक्त यह साफ कर दिया था कि मामले में दो दर्जन से ज्यादा आरोपितों के खिलाफ पुख्ता साक्ष्य मिले हैं। इसमें चयन कमेटी और स्क्रीनिंग कमेटी के सदस्य शामिल हैं। एसएसपी को रिपोर्ट सौंपने से पहले ही उनका ट्रांसफर हो गया, जिसके बाद मामला निगरानी विभाग में स्थानांतरित हो गया। तब से मामला ठंडे बस्ते में था। मेवालाल के शिक्षा मंत्री बनने पर विपक्ष हमलावर हुआ तब फिर से यह मामला उजागर हो गया।

फर्जी तरीके से नियुक्त हुए सहायक प्राध्यापकों की नौकरी पर भी खतरा

मामले को लेकर विश्वविद्यालय में हड़कंप मच गया है। पूर्व कुलपति डॉ. मेवालाल चौधरी के अलावा दो दर्जन से ज्यादा पदाधिकारियों पर गाज गिरने की संभावना है। फर्जी तरीके से नियुक्त हुए सहायक प्राध्यापकों की नौकरी पर भी खतरा मंडराने लगा है। हालांकि, 2012 में नियुक्त हुए 161 सहायक प्राध्यापकों में से कई ने नौकरी छोड़ मामले से अपना दामन छुड़ा लिया है। लेकिन अब भी बड़ी संख्या में सहायक प्राध्यापक नौकरी कर रहे हैं।

राज्‍यपाल को भी वस्‍तु स्थिति से कराया जाएगा अवगत 

मैं अभी छठ की छुट्टी में घर आया हूं। पत्र आने की जानकारी मिली है। विश्वविद्यालय खुलने पर अधिकारियों और विशेषज्ञों के बीच बैठकर इस संदर्भ में निर्णय लिया जाएगा। नियमानुसार आगे की कार्रवाई होगी । जरूरत पड़ी तो महामहिम राज्यपाल को भी वस्तु स्थिति से अवगत कराते हुए दिशा निर्देश मांगा जाएगा। - डॉ अजय कुमार सिंह, कुलपति, बीएयू सबौर

शिक्षा मंत्री बनाने में हुआ विरोध

इस बार बिहार के मुख्‍यमंत्री नतीश कुमार ने मेवालाल चौधरी को शिक्षा मंत्री बना दिया था। वे तारापुर से दूसरी बार विधायक के रूप में निर्वाचित हुए हैं। शिक्षा मंत्री बनने के साथ ही पूरे राज्‍य में विपक्षी दलों ने विरोध करना शुरू कर दिया। उनपर कई आरोप लगे हुए हैं।


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