दिल्ली के आजम ट्रैवल एजेंसी से जुडा है ई टिकट के गोरखधंधे का तार, कई दलाल धराए
कटिहार रेलमंडल के दालकोला सहित पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के विभिन्न स्टेशनो पर हाल के दिनों में कार्रवाई के दौरान आधा दर्जन टिकट दलाल सहित कई ई टिकट बरामद किया गया है।
कटिहार [नीरज कुमार]। कोरोना संक्रमण के कारण लॉकडाउन के दौरान रेलवे ई टिकट के गोरखधंधे का नेटवर्क महानगरों से लेकर कस्बाई इलाकों तक फैल चुका है। रेलवे विजिलेंस की सूचना पर रेल सुरक्षा बल एवं सीआइबी ने इसको लेकर ऑपरेशन भी शुरू कर दिया है। कटिहार रेलमंडल के दालकोला सहित पूर्वोत्तर सीमांत रेलवे के विभिन्न स्टेशनो पर हाल के दिनों में कार्रवाई के दौरान आधा दर्जन टिकट दलाल सहित कई ई टिकट बरामद किया गया है। कटिहार के तेलता में हाल ही में फर्जी ई टिकट सिंडिकेट को गिरफ्तार किया गया है। रेल सुरक्षा बल से मिली जानकारी के मुताबिक पूछताछ में आरोपित ने अपना तार दिल्ली स्थित आजम ट्रैवल एजेंसी से जुड़ा होने की बात स्वीकार की है। इसी ट्रैवल एजेंसी से ई टिकट मोबाइल पर भेजा जाता था। मामले की सूचना आरपीएफ ने रेल सुरक्षा बल दिल्ली के वरीय अधिकारियों को दी। उक्त ट्रैवल एजेंसी के संचालक को जाली ई टिकट के साथ दिल्ली में पकड़ा भी गया है।
सीनियर सिटिजन के लिए आवंटित कोटे में होता है घालमेल
अधिकांश मामलों में सीनियर सिटिजन के लिए आवंटित कोटे में फर्जी यूजर नेम व पासवर्ड के सहारे एडिट किए गए ई टिकट को छोटे शहरों एवं कस्बाई इलाकों में बैठे जाली सिंडिकेट के एजेंट को भेजा जाता है। रेल सुरक्षा बल की कार्रवाई में पकड़े गए ट्रैवल एजेंट के पास आइआरसीटीसी का प्राधिकृत पत्र भी नहीं पाया गया था। अलग अलग लोगों की आइडी का इस्तेमाल कर कम्प्यूटर से ई टिकट की हेरा-फेरी की जा रही है। रेलवे में 45 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं को सीनियर सिटीजन की तहत कोटा आवंटित किया जाता है। हलांकि टिकट दर में इस श्रेणी में आने वाली महिला यात्रियों को किसी तरह की रियायत का प्रावधान नहीं है। टिकट दलालों द्वारा कंप्यूटर से इस कोटे से भी फर्जी तरीके से ई टिकट बना लिया जाता है। एनएफ रेलमंडल के कटिहार, दालकोला एवं एनजेपी में इस सिंडिकेट का मजबूत नेटवर्क काम कर रहा है।
बिना अनुमति भी संचालित हो रहा ट्रेवल एजेंसी
फर्जी ई रेल टिकट के गोरखधंधे में बिना आइआरसीटीसी से अनुमति लिए भी कई ट्रैवल एजेंसी संचालित हो रही है। पूसी रेल क्षेत्र में रेल सुरक्षा बल द्वारा अलग अलग स्थानों पर की गई कार्रवाई में इस बात का खुलासा हुआ है। बड़े शहरों में सिंडिकेट के मास्टर माइंड द्वारा वरिष्ठ नागरिकों सहित अन्य श्रेणियों के लिए आरक्षित कोटे से सामान्य यात्रियों का ई टिकट बनाया जा रहा है। रेलवे विजिलेंस के से मिली जानकारी के मुताबिक कटिहार के आजमनगर, लाभा एवं पश्चिम बंगाल के दालकोला में इस गिरोह सक्रिय है।
कैसें चलता है गारेखधंधा
सीनियर सिटिजन कोटे से आइडी व पासवर्ड के सहारे सामान्य यात्रियों का ई टिकट बनाया जाता है। इनमें अधिकांश प्रवासी मजदूर शामिल हैं। आरक्षण चार्ट पर नाम व उम्र सीनियर सिटिजन का अंकित रहता है। चेकिंग के दौरान यह मामला पकड़ में आता है।
टिकट दलालों पर रेल सुरक्षा बल एवं सीआइबी द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है। पूर्वोत्तर रेल सीमा क्षेत्र में कई स्थानों पर हाल के दिनों में फर्जी ई टिकट के साथ कई दलालों को गिरफ़्तार किया गया है। यह अभियान आगे भी जारी रहेगा। - शुभानन चंद्रा, मुख्य जनसंपर्क पदाधिकारी, पूसी रेल गुवाहाटी