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मोबाइल का प्रयोग ज्यादा करते हैं, तो यह आपके लिए बुरी खबर है

जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय की वरीय रेजिडेंट एवं नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. पम्मी राय ने मोबाइल के प्रयोग और आंखों की बीमारियों के कारण के बचाव की जानकारी कुछ इस प्रकार दी।

By Dilip ShuklaEdited By: Published: Sun, 21 Oct 2018 08:43 PM (IST)Updated: Mon, 22 Oct 2018 08:50 AM (IST)
मोबाइल का प्रयोग ज्यादा करते हैं, तो यह आपके लिए बुरी खबर है
मोबाइल का प्रयोग ज्यादा करते हैं, तो यह आपके लिए बुरी खबर है

भागलपुर (जेएनएन)। बच्चों को पढऩे में अगर परेशानी हो रही हो तो शीघ्र ही जांच करवानी चाहिए। क्योंकि 10 या 13 वर्ष उम्र में इलाज से कोई लाभ नहीं होता। पढ़ाई करते वक्त अगर आंखों में पानी आ जाय और सिर में दर्द होने लगे तो आंखों की जांच अस्पताल में करवा लें। वैसे भी 40 वर्ष उम्र के बाद अधिकांश लोगों के आंखों की रोशनी मद्धिम होने लगती है। दूर की वस्तु दिखाई नहीं देती, अथवा पढऩे में परेशानी होने लगती है। कम रोशनी में लगातार पढऩे से भी आंखों में दर्द होने लगता है। इसलिए तेज रोशनी में पढ़ाई करनी चाहिए।

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घंटों मोबाइल और कम्प्यूटर पर आंखे गड़ाए रखना, कम रोशनी में पढऩा, बिस्तर पर लेट कर पढऩे से आंखों की रोशनी प्रभावित होती है। कम्प्यूटर हो या मोबाइल पर लगातार कार्य करने से पलक नहीं झपकती। इससे आंखों में तनाव हो जाता है। अत: प्रत्येक 20 मिनट पर काम बंद देना चाहिए और पलक झपकाना चाहिए। कम्प्युटर की तेज रोशनी से बचने के लिए रिफ्लेक्शन कोटीन चश्मा पहनना चाहिए। पौष्टिक खानपान में हरी सब्जी, पीला फल आदि का सेवन करने से आंखों की रोशनी बरकरार रहती है। जबकि डाईटिंग करने से भी आंखों के नीचे कालापन होने की संभावना रहती है। छह से आठ घंटे सोने से आंखें स्वस्थ रहती हैं।

आंखें लाल होने के कई कारण हैं। इनमें एलर्जी भी शामिल है। एलर्जी धूल, धूप से भी हो सकती है। बच्चों को धूप में निकालने से पहले काला चश्मा लगाने से एलर्जी से बचाव होगा। जब भी पढऩे वक्त आंखों से पानी गिरने लगे, सिर में दर्द हो आंखों की रोशनी की जांच करवा लेना चाहिए। मोतियाबिंद का इलाज केवल ऑपरेशन है, दवा से ठीक नहीं हो सकता। रविवार को दैनिक जागरण द्वारा आयोजित प्रश्न पहर में आई जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय में पदस्थापित वरीय रेजिडेंट एवं नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. पम्मी राय से पाठकों ने आंखों से संबंधित कई प्रश्न पूछे।

प्रश्न : एक वर्ष पहले बीमार था। काफी कमजोर हो गए थे। चश्मा पहनने पर भी साफ दिखाई नहीं देता है।

सुबोध, नारायणपुर

उत्तर : बीमारी की वजह से भी कमजोर होने से आंख की रोशनी प्रभावित होती है। अथवा चश्मा का पावर कम हो गया होगा, अस्पताल में इलाज करवा लें।

प्रश्न : आठ माह से सिर में दर्द और चक्कर आता है। बीपी भी कम है।

रीता देवी, इशाकचक

उत्तर : सिर दर्द की वजह आंख का पावर कम होने से होता है। इलाज करवा लें।

प्रश्न : मेरी उम्र 11 वर्ष है। पढऩे के वक्त आंखों से पानी गिरता है और सफेद हिस्से में खुजलाहट भी होती है।

मो. मारुफ शेर अली, लालूचक

उत्तर : खुजलाहट एलर्जी की वजह से होती है। आंखों में धूल जाने अथवा मौसम परिवर्तन होने की वजह से एलर्जी होती है। इसके अलावा आंसू की थैली बंद होने की वजह से भी पानी गिरता है। आंखों की जांच अस्पताल में करवा लें।

प्रश्न : आंखों के सामने एक साथ रंग-विरंगी कई लकीरे दिखाई देती हैं, धुंधला भी दिखाई देता है। ऐसा गत तीन माह से हो रहा है।

नीरज कुमार, सुब्बानगर

उत्तर : रेटिना में गड़बड़ी होने से ऐसा होता है। अस्पताल में जांच करवा लें।

प्रश्न : एक वर्ष पूर्व में सिर में चोट लगी थी। कम दिखाई देता है।

कंपनी मंडल, चौधरीबासा

उत्तर : सिर में और आंख की नस में चोट की वजह से ऐसा हो सकता है। सीटी स्कैन करवाने से सही जानकारी मिलेगी।

प्रश्न : मेरी उम्र 26 वर्ष है। क्या चश्मा से छुटकारा मिल सकता है।

गिरिजा देवी, जमुई

उत्तर : कॉन्टेंट लेंस लगाने या ऑपरेशन द्वारा चश्मा लगाने की आवश्यकता नहीं होगी। अगर रोशनी कम है तो चश्मा लगाना होगा।

प्रश्न : आंख की पलक में सूजन और दर्द रहता है।

अंकित शर्मा, सुतानगंज

उत्तर : गंदे हाथों से आंख छूने से या जो व्यक्ति मधुमेह से पीडि़त हैं उन्हें संक्रमण होता है। अत: हाथों की सफाई रखें।

प्रश्न : मैं 29 वर्ष का हूं। एक घंटे से ज्यादा पढ़ाई करने से सिर में दर्द और शब्द एक से ज्यादा दिखाई देने लगते हैं।

विक्रम, तिलकामांझी

उत्तर : आंख के पास सूखापन होने अथवा रोशनी कम होने से ऐसा होता है। अस्पताल में जांच करवा लें।

प्रश्न : गत वर्ष आंखों का ऑपरेशन करवाया था। अभी भी पानी गिरता है।

शैलेंद्र कुमार सिंह, शाहकुंड

उत्तर : ऑपरेशन के स्थान पर सूखापन होने से ऐसा होता है। दवा खाने से ठीक हो जाएगा। अस्पताल में आंख दिखवा लें।

प्रश्न : मेरी उम्र 48 वर्ष है। दोनों आंखें फडफ़ड़ाती हैं और बंद हो जाती हैं।

किरण देवी, कहलगांव

उत्तर : आंखों के नस में खराबी की वजह से ऐसा होता है। इसके लिए सूई दी जाती है। अस्पताल में दिखा लें।

प्रश्न : पुत्र की उम्र 22 वर्ष है। दिखाई नहीं देता है।

पवन कुमार, सिकंदरपुर

उत्तर : मायोपिया बीमारी से ऐसा होता है। जांच करवा लें।

प्रश्न : मेरी उम्र 14 वर्ष है। धुंधला दिखाई देता है। एक वर्ष पूर्व से चश्मा लगा रहे हैं।

कुमकुम शर्मा, तिलकामांझी

उत्तर : चश्मा हमेशा लगाएं। गाजर, हरी सब्जी, पपीता का सेवन करें। बेड पर सोकर और कम रोशनी में नहीं पढ़े।

प्रश्न : दूर की वस्तु दिखाई नहीं देती है। अखबार पढऩे में कठिनाई होती है।

बबीता , सुलतानगंज

उत्तर : आंखों की रोशनी मद्धिम हो रही है, आंखों की जांच अस्पताल में करवा लें।

प्रश्न : मेरी उम्र 43 वर्ष है। एक आंख हल्की लाल हो गई है। देखने में भी परेशानी हो रही है।

अजय पाण्डेय, पीरपैंती

उत्तर : धीरे-धीरे आंखों की रोशनी कम हो रही है। आंखों की जांच करवा लें, चश्मा लगाना पड़ेगा।

प्रश्न : सिर में दर्द होता है। दूर की वस्तु दिखाई नहीं देती है।

रिंकू देवी, नवगछिया

उत्तर : इसे मायोपिया कहा जाता है। आंखों की रोशनी कम होने से सिर में दर्द होने लगता है। आंखों की जांच करवा लें।

प्रश्न : आठ वर्ष की बेटी है। आंख से पानी गिरता है, खुजलाता भी है।

शांति कुमारी, कहलगांव

उत्तर : उम्र बढऩे से ठीक हो जाएगा। एलर्जी से आंख में पानी निकलता है और खुजलाता भी है। बरसात, गर्मी, धूल, धुंआ, धूप और ठंड से एलर्जी हो सकती है। तकरीबन तीन-चार माह दवा खाने से ठीक हो जाएगा। धूप में बेटी को काला चश्मा पहना दें।

प्रश्न : आंख के नीचे मांस बढ़ गया है। इससे कोई परेशानी नहीं है।

संजय कुमार, मिरजानहाट

उत्तर : चिकित्सक से दिखा लें। शरीर के किसी भी हिस्से में मांस बढऩा ठीक नहीं है। कोई बीमारी के लक्षण भी हो सकता है।

प्रश्न : मोतियाबिंद हो गया है, क्या दवा से ठीक हो सकता है।

आलोक कुमार, अकबरनगर

मोतियाबिंद का इलाज केवल ऑपरेशन है, दवा नहीं। अब तो आधा घंटा में मोतियाबिंद का ऑपरेशन कर मरीज को घर भेज दिया जाता है।

प्रश्न : पढ़ाई करते समय आंखों में पानी आ जाता है।

राजेश, घोघा

उत्तर : कम्प्यूटर पर लगातार काम नहीं करें साथ ही मोबाइल का उपयोग भी देर तक नहीं करें। इससे पलक झपकती नहीं है। इस कारण से आंखों में तनाव हो जाता है और दर्द होने लगता है। साथ में पानी भी गिरता है। प्रत्येक 20 मिनट पर पलकें झपकाएं, इससे राहत मिलेगी।

प्रश्न : पलक खुजलाता है। मुझे रुसी भी है।

अंशु कुमारी, पीरपैंती

उत्तर : बालों से रुसी जब पलक पर गिरती हैं तो खुजलाहट होती है। रुसी नहीं होने दें।

प्रश्न : मेरी उम्र 21 वर्ष है। बाहर निकलने पर आंखें लाल हो जाती हैं। साफ दिखाई भी नहीं देता।

रंजीत, सबौर

उत्तर : एलर्जी से भी आंखें लाल हो सकती है। एलर्जी धूल और धूप से भी हो सकती है। दवा से ठीक हो जाएगा, जांच करवा लें।

प्रश्न : आंखों के नीचे कालापन है, क्या कारण हो सकता है।

संतोष पाण्डेय, पीरपैंती

उत्तर : डाइटिंग करने, नींद नहीं आने या एजर्ली की वजह से आंखों के नीचे कालापन होता है। दवा से ठीक हो जाएगा।

प्रश्न : ठंड के मौसम में आंखों में खुजली होने लगती है।

नूतन, बिहपुर

उत्तर : ठंड से एलर्जी है। इसलिए खुजलाहट होने लगती है। बर्फ से आंख को सेंकने से लाभ होगा। आंख को नहीं मले।


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