शहर में सक्रिय है एटीएम क्लोनिंग गिरोह, जानिए... कैसे काम करता है स्किमर डिवाइस
एटीएम क्लोनिंग की घटनाओं से बचने के लिए सावधानी ही एक मात्र बचाव का उपाय है। यदि आप थोड़ी भी लापरवाही करते हैं तो आप भी इसके शिकार हो सकते हैं।
भागलपुर [जेएनएन]। अब तक साइबर ठगों का चक्रव्यूह भेदने में पुलिस पूरी तरह कामयाब नहीं हो पाई है। एटीएम क्लोनिंग कर रुपये ठगी की वारदात पुलिस के लिए सिरदर्द बनते जा रहा है। इस लेकर लगातार थानों और पुलिस चौकी में मामले दर्ज हो रहे हैं। बैंक का एटीएम कार्ड धारक के पास ही रहता है, और उस कार्ड से रुपये की निकासी अन्य जगहों के एटीएम से हो जाती है। ऐसे में यदि आप एटीएम के प्रयोग में सावधानी नहीं बरतते हैं, तो ठग आपको भी निशाना बना सकते हैं। एटीएम क्लोनिंग के करीब आधा दर्जन मामले अब तक तातारपुर, तिलकामांझी, कोतवाली और इशाकचक में दर्ज हुए हैं।
ठग कैसे करते हैं एटीएम क्लोनिंग
प्रत्येक एटीएम में काले रंग की एक मैग्नेटिक स्ट्रिप होती है, इसी में आपके एकाउंट से जुड़ी सारी जानकारियां सेव रहती हैं। इस जानकारी से ठग 'स्किमर' नाम के एक डिवाइस का इस्तेमाल कर आपके कार्ड का एक क्लोन बना लेते हैं। ठग इस डिवाइस को कार्ड स्वाइप मशीन में लगा देते हैं। वहीं जब कोई भी अपना एटीएम उसमें डालकर गोपनीय जानकारी फीड कर रुपये निकालता है तो सारी गोपनीय जानकारी स्कैन हो जाती है। डाटा स्किमर डिवाइस की मेमोरी में सेव हो जाता है।
सावधानी है बचाव
एटीएम क्लोनिंग की घटनाओं से बचने के लिए सावधानी ही एक मात्र बचाव का उपाय है। यदि आप थोड़ी भी लापरवाही करते हैं तो आप भी इसके शिकार हो सकते हैं। एटीएम से रुपये निकालने के लिए बिना गार्ड के एटीएम का प्रयोग करने बचें। ठग ऐसे एटीएम में स्कीमर डिवाइस असानी से लगा लेते हैं। एटीएम से रकम निकालने से पूर्व पहले जांच लें कि कोई स्कीमर तो स्वाइप करने वाली जगह पर नहीं लगी है। स्वैपिंग प्वाइंट के अगल-बगल हाथ लगाकर देखें। कोई अतिरिक्त संदिग्ध वस्तु नजर आए तो सावधान हो जाएं। स्कीमर की डिजाइन ऐसी होती है कि वह मशीन का पार्ट लगे।
केस स्टडी :
11 अप्रैल : जिला पुलिस बल में तैनात महिला सिपाही पुष्पा कुमारी का एटीएम क्लोन कर झारखंड के एटीएम से ठगों ने 80 हजार रुपये निकाल लिए। उन्होंने इस मामले का केस इशाकचक थाने में दर्ज कराया है।
आठ मार्च : सूजागंज बाजार निवासी ट्रांसपोर्ट कर्मी का एटीएम क्लोन कर ठगों ने एक लाख 11 हजार रुपये निकाल लिया था। उनके पास एटीएम था लेकिन देवघर के एटीएम से रुपये निकाल लिए गए। उन्होंने कोतवाली थाने में केस दर्ज कराया था।
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